इस्लामाबाद। आतंकवाद, उग्रवाद और पृथकतावाद से ग्रस्त पाकिस्तानी सरकार ने मंगलवार को 1800 से अधिक इस्लामिक विद्वानों के दस्तखत से धार्मिक उद्देश्य के लिए आत्मघाती विस्फोट करने समेत हिंसा करने वालों के खिलाफ फतवा जारी किया। यह फतवा ऐसे समय में जारी किया गया है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान को अपनी धरती से पनपने वाले आतंवादी समूहों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की हाल में चेतावनी जारी की थी।
पाकिस्तान सरकार ने एक बयान में कहा कि यह फतवा चरमपंथ और आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान की कटिबद्धता का हिस्सा है। धार्मिक विद्वानों सांसदों, बुद्धिजीवियों और नीति निर्माताओं ने इसका समर्थन किया है। फतवे में सशस्त्र संघर्ष को देश, उसकी सरकार अथवा सशस्त्र बलों के खिलाफ बताया गया है।