पेरिस। कतर में हुए फीफा वर्ल्ड कप 2022 के फाइनल में अर्जेंटीना चैंपियन बन गया है। पूरी दुनिया में अर्जेंटीना और मेसी की तारीफ हो रही है। लेकिन वहीं दूसरी तरफ अर्जेंटीना के हाथों फ्रांस की हार के बाद फुटबॉल प्रशंसकों ने उपद्रव किया।
ल्योन, नीस और राजधानी पेरिस की सड़कों पर उतरे फुटबॉल फैंस ने तोड़फोड़ और आगजनी की, पुलिस के साथ झड़पें हुईं। उपद्रवियों को काबू करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े। बता दें कि फ्रांस और अर्जेंटीना के बीच बेहद रोमांचक मुकाबला हुआ, जिसने पूरी दुनिया में फुटबॉल फैंस की सांसे थाम के रख दी।
द सन की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पेरिस में फेमस चैंप्स-एलिसीज पर दंगा नियंत्रण बलों की प्रशंसकों के साथ भिड़ंत हो गई, क्योंकि तनावपूर्ण खेल के बाद फ्लेयर्स जलाए गए और आसमान में आतिशबाजी की गई। फुटबॉल विश्व कप फाइनल में जीत की उम्मीद में हजारों प्रशंसक पेरिस और अन्य फ्रांसीसी शहरों में जमा हुए थे, लेकिन उनकी राष्ट्रीय टीम पेनल्टी शूटआउट में अर्जेंटीना के हाथों 4-2 से हार गई, जिसने फैंस के जश्न को ठंडा कर दिया।
कतर में हुए रोमांचक मुकाबले में दोनों टीमें एक्स्ट्रा टाइम में 3-3 गोल से बराबरी पर रहीं, जिसके कारण पेनल्टी शूटआउट से विजेता का फैसला हुआ। फ्रांस की टीम अपने शुरुआती 4 पेनल्टी शूट में से 2 पर गोल करने से चूक गई, जबकि अर्जेंटीना की टीम ने शुरुआती चारों पेनल्टी शूट को गोल में तब्दील किया। इस तरह लियोनल मेसी के फीटा वर्ल्ड कप जीतने का सपना पूरा हुआ।
फाइनल मैच देखने के लिए फ्रांस के फुटबॉल प्रशंसक बार और रेस्तरां में एकत्रित हुए थे, क्योंकि पेरिस और कई अन्य शहरों ने मैच के प्रसारण के लिए आउटडोर स्क्रीन स्थापित करने से मना कर दिया था। ल्योन में, दंगा नियंत्रण बलों को फुटबॉल प्रशंसकों पर आंसू गैस छोड़नी पड़ी, क्योंकि शहर में हिंसा भड़क गई थी। कई सोशल मीडिया यूजर्स ने पेरिस और ल्योन की सड़कों पर भगदड़ के वीडियो डाले, क्योंकि लोग पुलिस द्वारा छोड़े गए आंसू गैस के गोलों से बचने के लिए इधर-उधर दौड़ रहे थे।
edited by navin rangiyal