इस्लामाबाद। पाकिस्तान सरकार ने पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी, उनके बेटे बिलावल भुट्टो-जरदारी और सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह समेत पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अन्य नेताओं की विदेश यात्रा पर प्रतिबंध बरकरार रखने का फैसला किया है। एक शीर्ष मंत्री ने यह जानकारी दी।
डॉन न्यूज के मुताबिक, बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री इमरान खान की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक में इसका फैसला किया गया। इस प्रतिबंध से इन नेताओं की विदेश यात्रा पर प्रतिबंध लगेगा। उच्चतम न्यायालय द्वारा गठित संयुक्त जांच टीम फर्जी बैंक खातों की जांच कर रही थी। छानबीन में नाम आने के बाद, 27 दिसंबर को कैबिनेट ने जरदारी और उनकी बहन फरयाल तालपुर का नाम एक्जिट कंट्रोल लिस्ट (ईसीएल) में डाल दिया ताकि वे विदेश नहीं जा पाएं।
पांच सितंबर को शीर्ष न्यायालय द्वारा गठित जेआईटी की जांच में 32 फर्जी खातों पर ध्यान केंद्रित किया गया। इन खातों के जरिए जरदारी, तालपुर और कई अन्य लोगों को व्यापक स्तर पर वित्तीय फायदा हुआ। हालांकि, ईसीएल में 172 संदिग्धों के नाम रखे जाने पर उच्चतम न्यायालय ने 31 दिसंबर को नाराजगी प्रकट की थी और फैसले की समीक्षा का आदेश दिया था।
इसके बाद कैबिनेट ने सूची को समीक्षा समिति के पास भेजा था। उच्चतम न्यायालय ने सरकार को पीपीपी अध्यक्ष बिलावल और सिंध के मुख्यमंत्री शाह के नाम ईसीएल से हटाने के आदेश दिए थे। मामले को राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) को भी भेजने का आदेश दिया था।
डॉन अखबार के मुताबिक, हालांकि प्रधानमंत्री खान और उनके सहयोगियों ने सिफारिशों को खारिज कर दिया और फैसला किया कि पीपीपी के शीर्ष नेताओं का नाम ईसीएल में बना रहेगा।