ब्यूनस आयर्स। अमेरिका, रूस और चीन के राष्ट्रपतियों की भागीदारी के साथ जी-20 शिखर सम्मेलन यहां शुक्रवार को शुरू हुआ, लेकिन इस संगठन के 10 साल के इतिहास में इस बार गहरे मतभेद उभरकर सामने आए हैं। सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ब्यूनस आयर्स में हैं।
अर्जेंटीना के राष्ट्रपति मोरिसियो माकरी ने ब्यूनस आयर्स में 2 दिवसीय शिखर सम्मेलन का आयोजन किया है। इसमें सऊदी अरब के विवादों में घिरे शहजादे मोहम्मद बिन सलमान भी भाग ले रहे हैं। शिखर सम्मेलन के उद्घाटन सत्र के लिए नेताओं के बैठने के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और सऊदी शहजादे बिन सलमान ने एक-दूसरे से हाथ मिलाया।
फ्रांसीसी राष्ट्रपति एमानुएल मैक्रों और ब्रिटिश प्रधानमंत्री टेरेसा मे ने कहा कि वे सम्मेलन से इतर शहजादे के साथ मुलाकात में पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या का मुद्दा उठाएंगे। पुतिन शुक्रवार को यहां पहुंचे। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर परोक्ष हमला करते हुए प्रतिबंधों और व्यापार संरक्षणवाद के इस्तेमाल को लेकर उनकी निंदा की।
इससे पहले बृहस्पतिवार को ट्रंप ने पुतिन के साथ एक द्विपक्षीय बैठक रद्द कर दी थी। गौरतलब है कि यूक्रेन के साथ रूसी नौसेना की हाल ही में झड़प हुई थी। (भाषा)