ओटावा। सात अग्रणी औद्योगिक देशों के समूह (जी7) के विदेश मंत्रियों ने मंगलवार को रूस से कहा कि वह ब्रिटेन में पूर्व जासूस पर नर्व एजेंट हमले को लेकर अपने आप को बेदाग साबित करें। उन्होंने इस हमले को सभी के लिए खतरा बताया।
उन्होंने एक संयुक्त बयान में कहा, हम रूस से अपील करते हैं कि वह सालिसबरी में घटना से संबंधित सभी सवालों के तुरंत जवाब दें। जी-7 राष्ट्रों ने रूस से अनुरोध किया कि वह अंतरराष्ट्रीय कर्त्तव्यों के अनुसार, ओपीसीडब्ल्यू को अपने अघोषित नोविचोक कार्यक्रम का खुलासा करें।
नोविचोक जानलेवा रासायनिक पदार्थों का मिश्रण है, जिसे 1970 और 1980 के दशक में सोवियत सरकार ने विकसित किया था। पश्चिमी देशों ने ब्रिटेन के समर्थन में रूस के खिलाफ समन्वित कार्रवाई करते हुए उसके 150 से अधिक राजनयिकों को निष्कासित कर दिया और रूस ने भी ऐसी ही जवाबी कार्रवाई की, जिसके बाद जी-7 देशों का बयान आया है।
ब्रिटेन, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान और अमेरिका के विदेश मंत्रियों के साथ-साथ यूरोपीय संघ ने कहा कि वे सालिसबरी में हमले की सख्त लहजे में निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि वे ब्रिटेन के इस अनुमान से सहमत हैं कि इस हमले के पीछे रूस का हाथ होने की प्रबल आशंका है। (भाषा)