नेपाल के काठमांडू शहर में चीनी दूतावास में आयोजित एक सांस्कृतिक मंच पर एक गाना बज रहा है। नेपाली में भाषा में बज रहे इस गाने के हिंदी बोल कुछ इस तरह थे…‘काश, मैं खुले आसमान में किसी पंछी की तरह उड़ पाती’
चीनी नाक-नक्श वाली एक महिला लाल रंग के लहंगा-चोली पहने इस नेपाली गाने पर नाच रही हैं। हैरानी हो सकती है जानकर कि यह महिला नेपाल में चीन की राजदूत हैं। नाम है होउ यांकी।
वो पिछले करीब दो साल से ज्यादा वक्त से नेपाल में हैं। उनके ट्विटर अकांउट की तफरी करो तो नजर आता है कि वो नेपाल के पर्यटन स्थलों की खूबसूरती की तस्वीरें शेयर करती हैं। वहां पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ट्वीट करती हैं।
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होउ यांकी का नेपाल की राजनीति में भी दखल है। हाल ही नेपाल में चल रहे ‘पॉलिटिकल ड्रामा’ को मैनेज करने का श्रेय भी हाउ यांकी को जाता है। कहा जाता है कि चीन से उनके लिए मैसेज था- ‘चाहे कुछ भी हो जाए, नेपाल में प्रधानमंत्री कोई भी रहे, लेकिन वहां कम्युनिस्ट पार्टी किसी भी कीमत पर टूटना नहीं चाहिए’
हुआ भी ऐसा ही, अब कहा जा रहा है कि नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली और उनकी पार्टी में उनके विरोधी कमल दहल प्रचंड के बीच चल रहा राजनीतिक संकट अब कुछ हद तक शायद टल गया है। और यह सब हुआ है चीनी की नेपाल में उसी राजदूत की वजह से जिसका नाम हाउ यांकी है और अभी कुछ वक्त से ही उनका चेहरा उभरकर दुनिया के सामने आया है।
एक राजदूत की भूमिका के नाते यह सब थोड़ा अजीब लग सकता है, लेकिन सच यही है कि हाउ यांकी नेपाल की ‘पॉलिटिक्स मैनेज’ कर रही हैं।
जाहिर है इन सारी चीजों के पीछे चीन का एक इंटरनेशनल ‘मोटिव’ है और उस मोटिव का नाम है ‘भारत’
भारत और नेपाल के बीच कई बरसों से रोटी और बेटी के साथ ही सांस्कृतकि और सामाजिक रिश्ते रहे हैं। लेकिन पिछले दिनों नेपाल ने अचानक भारत के कुछ इलाकों को अपने नए नक्शे में शामिल कर के यह सबकुछ एक झटके में खत्म कर दिया। इन सब के पीछे हाउ यांकी का दिमाग बताया जा रहा है। जाहिर है भारत के खिलाफ यह सबकुछ चीन के इशारे पर हो रहा है और उसके लिए चीन ने हाउ यांकी को नेपाल में नियुक्त कर रखा है।
साफ है चीन ने हाउ यांकी को नेपाल में भारत के खिलाफ एक साजिश बनाकर भेजा है। यह साजिश भारत के खिलाफ प्रधानमंत्री ओली को तैयार करने में बेहद अहम भूमिका निभा रही हैं।
इतना ही नहीं, होउ यांकी की लोकप्रियता नेपाल में लगातार बढ़ रही है और वहां उनकी काफी चर्चा होती हैं। अब भारत के पब्लिक डोमेन में भी हाउ यांकी का नाम चर्चा में है। पिछले दिनों रिटायर्ड मेजर गौरव आर्य ने कहा था कि ‘नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली काठमांडू में चीनी दूतावास के हनी ट्रैप में फंसे हुए हैं’ उन्होंने ट्विटर पर यहां तक कह डाला कि चीन के पास ओली का एक वीडियो भी है और हाउ यांकी उन्हें कंट्रोल करती हैं।
पिछले दिनों सोशल मीडिया पर यह भी चर्चा थी कि ‘जब चीन नेपाली गांवों को घेरता है, तो ओली कुछ क्यों नहीं कहते’?
क्या यह कहा जा सकता है कि चीन की हाउ यांकी नेपाल में भारत के नियुक्त की गई एक साजिश हैं जो धीमे- धीमे अपना काम कर रही हैं।
कौन है हाउ यांकी?
चीन के जान्क्शी शहर में 1970 में पैदा हुई हाउ यांकी करीब तीन सालों तक पाकिस्तान में थर्ड सेक्रेटरी रह चुकी हैं। उन्हें हिंदी, नेपाली, अंग्रेजी और ऊर्दू भाषाओं की जानकारी है। वो चीन में फॉरेन अफेयर्स डिपार्टमेंट में एशियाई मामलों की जानकार रही हैं। चीनी फॉरेन अफेयर्स मिनिस्ट्री के साथ ही लॉस एंजेल्स में भी वे बेहद अहम पदों पर रह चुकी हैं। हाउ यांकी शादीशुदा और एक बेटे की मां हैं।