लाहौर। पाकिस्तान की सियासत रविवार को उस समय गरमा गई जब इस्लामाबाद पुलिस रविवार को वारंट लेकर पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के घर पहुंची। इमरान के घर पुलिस पहुंचने की खबर तेजी से फैली। उनकी गिरफ्तारी की आशंका से बड़ी संख्या में इमरान समर्थक उनके घर के बाहर जमा हो गए।
इस बीच इस्लामाबाद पुलिस ने साफ किया इमरान को गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है। अभी हम तोशखाना केस में सिर्फ वारंट देने आए हैं। कोर्ट ने इस मामले में इमरान के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया था।
पीटीआई नेता फवाद चौधरी ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर इमरान को गिरफ्तार किया गया तो माहौल खराब होगा। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि पाकिस्तान को और संकट में न डालें और समझदारी से काम लें।
क्या है तोशाखाना मामला : तोशाखाना कैबिनेट का एक विभाग है, जिसमें अन्य देशों की सरकारों, राष्ट्रप्रमुखों और विदेशी मेहमानों द्वारा दिए गए बेशकीमती उपहारों को रखा जाता है। नियमानुसार किसी भी देश के प्रमुख या गणमान्य लोगों से मिले उपहारों को तोशाखाना में रखा जाना जरूरी है।
इमरान खान 2018 में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने थे। उन्हें अरब देशों की यात्राओं के दौरान वहां के शासकों से महंगे गिफ्ट मिले थे। उन्हें कई यूरोपीय देशों से भी बेशकिमती तोहफे मिले थे। इमरान ने इन्हें तोशाखाना में जमा कराया और फिर बाद में सस्ते में खरीद कर महंगे दामों पर बेंच दिया।