उत्तर भारत से कश्मीरी और फुलकारी, पश्चिम बंगाल से कांथा और बालूचरी, गुजरात से घरचोला, महाराष्ट्र से पैठणी, तमिलनाडु से कांजीवरम और केरल से कसावु साड़ियां लोगों के आकर्षण का केंद्र रही।
ब्रिटेन में भारतीय उच्चायुक्त रुचि घनश्याम ने कहा, 'सांस्कृतिक विरासत को दिखाने के लिए तमाम लोगों से साड़ियां उधार ली गईं थी। इसमें एक साड़ी मेरी भी थी।' रुचि को साड़ियों में बेहद दिलचस्पी है और वह सभी सार्वजनिक कार्यक्रमों में साड़ियों में ही नजर आती हैं।
केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने एक वीडियो संदेश में कहा, 'ये हजारों बुनावट आपके लिए भारतीय वस्त्रों की समृद्ध विविधता लेकर आई है। साड़ी एक कपड़ा मात्र नहीं बल्कि वस्त्रों की हमारी विरासत के महत्त्वपूर्ण प्रतिबिंब के साथ ही यह भारतीय गौरव का विषय है।'