पाकिस्तान को डर है कि लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर तनाव का असर लाइन ऑफ कंट्रोल (एलओसी) पर पड़ सकता है। पाक आर्मी ने ऐहतियातन पीओके के अस्पतालों में सैनिकों के लिए बेड रिजर्व करा दिए हैं।
भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव से पाकिस्तान घबराया नजर आ रहा है। गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद तनाव बढ़ा तो कहीं पाकिस्तान फ्रंट पर ऐक्शन न हो जाए, इसी डर में वहां के आर्मी चीफ ने नया ऑर्डर जारी किया है।
जनरल कमर जावेद बाजवा ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर यानी पीओके के स्वास्थ्य मंत्री को लिखा- वहां के सारे अस्पतालों में 50 पर्सेंट बेड आर्मी के लिए रिजर्व रखे जाएं। 50 प्रतिशत ब्लड सप्लाई को भी पाकिस्तानी सैनिकों के लिए रिजर्व रखने को कहा गया है।
पीओके के स्वास्थ्य मंत्री डॉ मुहम्मद नजीब नकी खान को लिखी चिट्ठी में जनरल बाजवा लिखते हैं,
‘कृपया सारे अस्पतालों में 50 प्रतिशत बेड हर वक्त पाकिस्तान की सेना के लिए रिजर्व रखिए। इमर्जेंसी सिचुएशन के लिए ब्लड बैंक्स में खून का पर्याप्त स्टॉक मेंटेन कीजिए’
जनरल बाजवा ने यह लेटर ऐसे वक्त में लिखा है जब पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन की सेनाओं बेहद तनावपूर्ण माहौल में आमने-सामने हैं। इधर एलओसी पर पाकिस्तान की ओर से लगातार सीजफायर तोड़ा जा रहा है। लेकिन 15 जून को भारतीय सैनिकों ने जिस तरह चीनी हमले का न सिर्फ डटकर सामना किया, बल्कि उन्हें करारा जवाब भी दिया, उससे पाकिस्तान घबराया हुआ है।
15-16 जून की रात बिहार रेजिमेंट के जवानों ने गलवान घाटी में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिकों की धुलाई कर दी थी। पैट्रोल पॉइंट 14 के पास चीनियों ने टेंट लगाया था जिसे यूनिट कमांडर कर्नल संतोष बाबू ने उखाड़ दिया। इसके बाद चीनी सैनिकों ने हमला कर दिया। हमले में कर्नल समेत 20 भारतीय जवान शहीद हुए थे।
मगर बिहार रेजिमेंट के जवानों ने चीनी खेमे में जो तांडव किया, उसकी भनक पाकिस्तान को भी लगी होगी। हमारे बिहार रेजिमेंट के 100 सैनिकों ने 350 चीनी जवानों को भगाकर पेट्रोल पॉइंट 14 को खाली करवा लिया था।