राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी के प्रवक्ता सुतुपो पुर्वा नुग्रोहो ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ज्वालामुखी में दो बार विस्फोट हुए। पहला विस्फोट स्थानीय समयानुसार 7:43 बजे हुआ, तब राख का ढ़ेर सात किलोमीटर की ऊंचाई में हवा में उड़ा था जबकि 8:57 बजे हुए विस्फोट में राख का ढ़ेर 7.5 किलोमीटर ऊंचा उड़ा था।
नुग्रोहो ने कहा कि राख और लावा ज्वालामुखी के दक्षिण पश्चिम और दक्षिणी इलाके में फैल गया। लोगों ने करीब 30 मिनट तक झटके भी महसूस किए। उन्होंने कहा कि ज्वालामुखी से गर्म और ठंडे लावा के प्रवाह को देखते हुए लोगों को ज्वालामुखी से चार किमी की परिधि में गतिविधियां करने से रोक दिया गया है। ज्वालामुखी के दक्षिण पश्चिम क्षेत्र में कोई 6.5 किमी के क्षेत्रफल में जाने को असुरक्षित घोषित किया गया है।