Iran Poisoning Cases : ईरानी शहरों में स्कूली छात्राओं का रहस्यमयी जहर देने से बीमार होने वाली छात्राओं का आंकड़ा लगातार बढ़ता रहा है। खबरों के मुताबिक 900 लड़कियों को यह जहर दिया जा चुका है। हालांकि बड़ी बात यह है कि अभी तक अभी तक सरकारी जांच में छात्राओं को जहर देने को लेकर कोई जानकारी सामने नहीं आई है। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक इन्हें गैस के माध्यम से धीमा जहर दिया जा रहा है।
क्या सरकार का है बेरहम बदला ? : ईरानी अधिकारी भी पूरे मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं। मीडिया खबरों की मानें तो पिछले महीनों ईरान में हिजाब के खिलाफ किए गए प्रदर्शन के बाद इस्लामिक कट्टरपंथी सरकार अब अपने ही नागरिकों से बेरहम बदला ले रही है और निर्दोष छात्राओं को जहर दिया जा रहा है।
विरोधियों का राष्ट्रपति पर आरोप : ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी के विरोधियों का आरोप है कि ईरान सरकार नहीं चाहती है कि लड़कियां स्कूल जाएं, लिहाजा उनके मन में खौफ पैदा किया जा रहा है।
विरोधियों का कहना है कि पिछले साल 15 सितंबर को मोरल पुलिस के हाथों 22 साल की कुर्दिश लड़की महसा अमीनी की मौत के बाद ईरान में जो बड़े प्रदर्शन हुए, उसे दबाने के लिए राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने कठोर कदम उठा रहे हैं। इसका बदला छात्राओं से लिया जा रहा है।
कोम शहर में आई थी पहली घटना : जहर से बीमार होने की पहली घटना ईरान के कोम शहर में सामने आई थीं जब लगभग 50 छात्राएं गंभीर बीमार पड़ गईं और उन्हें अस्पताल ले जाया गया। खबरों के मुताबिक लड़कियों को अचानक उल्टियां होने लगी, उन्हें सांस लेने में परेशानी हो रही थी और फिर वो बेहोश होने लगीं। Edited By : Sudhir Sharma