Israel Iran War : मध्य पूर्व में ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका का अत्याधुनिक "डूम्सडे प्लेन" बोइंग E-4B "नाइटवॉच" मंगलवार देर रात वॉशिंगटन डीसी के नजदीक जॉइंट बेस एंड्रयूज पर उतरा। यह विमान, जिसे नेशनल एयरबोर्न ऑपरेशंस सेंटर (NAOC) के नाम से भी जाना जाता है, उड़ता पेंटागन कहलाने वाला यह विमान परमाणु युद्ध या वैश्विक आपातकाल जैसी संकटकालीन परिस्थितियों में अमेरिकी राष्ट्रपति और शीर्ष सैन्य नेतृत्व के लिए एक चलता-फिरता कमांड सेंटर है। ALSO READ: ईरान इजराइल जंग में अमेरिका की एंट्री, तेहरान पर हमले के प्लान को ट्रंप की मंजूरी
परमाणु विस्फोट और EMP से सुरक्षित : E-4B नाइटवॉच को विशेष रूप से परमाणु विस्फोट और इलेक्ट्रोमैग्नेटिक पल्स (EMP) जैसे खतरों का सामना करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसमें कोई खिड़कियां नहीं हैं, और इसका बाहरी हिस्सा रेडिएशन से बचाने वाले विशेष कवच से लैस है। विमान में एनालॉग सिस्टम का उपयोग किया गया है, जो परमाणु विस्फोट से उत्पन्न होने वाली विद्युत चुम्बकीय तरंगों के प्रभाव में भी काम करता रहता है। यह विमान हवा में ही रीफ्यूलिंग की क्षमता रखता है, जिससे यह बिना उतरे कई दिनों तक आसमान में रह सकता है।
CONFIRMED: Presidential E-4B Nightwatch 'Doomsday' plane, able to withstand a nuclear bomb, has been launched and up in the air right now. Something big is about to breakout. pic.twitter.com/saaXjPNrRi
— Now The End Begins (@NowTheEndBegins) June 18, 2025
असामान्य उड़ान ने बढ़ाई अटकलें: यह विमान लुइसियाना के बार्क्सडेल एयर फोर्स बेस से एक असामान्य मार्ग पर उड़ान भरकर वॉशिंगटन पहुंचा। इस उड़ान में 'ORDER01' कॉलसाइन का उपयोग किया गया, जो पहले कभी नहीं देखा गया। सैन्य विश्लेषकों और एविएशन ट्रैकर्स के बीच इस उड़ान को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। कुछ विशेषज्ञ इसे मध्य पूर्व में बढ़ती अस्थिरता से जोड़ रहे हैं, जहां अमेरिका ने पहले ही युद्धपोत और F-16 लड़ाकू विमान तैनात किए हैं।
क्या है डूम्सडे प्लेन की खासियत?
कमांड सेंटर: E-4B में तीन डेक हैं, जिनमें ब्रिफिंग रूम, स्ट्रैटेजिक कॉन्फ्रेंस रूम, कम्युनिकेशन जोन और 18 बंक शामिल हैं। यह विमान युद्ध के दौरान सेना को हवा से कमांड देने में सक्षम है।
संचार प्रणाली: इसमें सैटेलाइट डिश और एंटीने लगे हैं, जो आपातकाल में युद्धपोतों, पनडुब्बियों और अन्य सैन्य इकाइयों से संपर्क बनाए रखते हैं।
सुरक्षा: यह विमान परमाणु हमले के रेडिएशन और EMP से पूरी तरह सुरक्षित है, जिससे इसमें मौजूद लोग संकटकाल में भी सुरक्षित रह सकते हैं।
ऐतिहासिक उपयोग: 11 सितंबर 2001 के आतंकी हमले के दौरान इस विमान का उपयोग किया गया था, जब तत्कालीन राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू. बुश को सुरक्षित रखा गया था।
क्यों चर्चा में है यह उड़ान? : सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कई यूजर्स ने इस उड़ान को असामान्य और चिंताजनक बताया। कुछ ने इसे 9/11 के बाद की स्थिति से जोड़ा, जब इस विमान को आखिरी बार इस तरह सक्रिय देखा गया था। हालांकि, अमेरिकी प्रशासन ने इस उड़ान के उद्देश्य पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। यह भी स्पष्ट नहीं है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस विमान में सवार थे या नहीं।
अमेरिका के पास हैं चार E-4B विमान : अमेरिकी वायु सेना के पास कुल चार E-4B विमान हैं, जिनमें से एक हमेशा 24x7 तैयार रहता है। ये विमान बोइंग 747-200B को मॉडिफाई करके बनाए गए हैं और इन्हें "फ्लाइंग पेंटागन" भी कहा जाता है। ये 1970 के दशक से सेवा में हैं, लेकिन पुराने होने के कारण इन्हें 2030 तक रिटायर किया जाएगा। नए डूम्सडे विमानों के लिए सिएरा नेवादा कॉर्पोरेशन को 13 बिलियन डॉलर का कॉन्ट्रैक्ट दिया गया है।
विश्व में केवल दो देशों के पास डूम्सडे प्लेन : दुनिया में केवल अमेरिका और रूस के पास ही इस तरह के डूम्सडे विमान हैं। रूस अपने Ilyushin Il-80 जेट का उपयोग करता है, जो परमाणु युद्ध के दौरान कमांड सेंटर के रूप में काम करता है।
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