रोम। इटली और माल्टा इस बात पर भिड़ गए हैं कि 450 शरणार्थियों को ले जा रही नौका को कौन बचाएगा। भूमध्य सागर में यह छोटी सी नौका बड़ी संख्या में लोगों को लेकर सिसली द्वीप की ओर बढ़ रही थी। इटली के परिवहन मंत्री दानिलो टोनीनेल्ली ने ट्वीट किया कि समुद्री कानून के तहत शरणार्थियों को बचाना, मछली पकड़ने वाली नौकाएं मुहैया कराना और सुरक्षित स्थान देना माल्टा की जिम्मेदारी है क्योंकि वे कल दिन में माल्टा के राहत एवं बचाव क्षेत्र में थे।
वहीं माल्टा का तर्क है कि जब रोम के समुद्री बचाव समन्वयन केन्द्र ने उसे नौका के बारे में बताया था उस वक्त नौका माल्टा के तट की बजाए सिसली के लम्पेडूसा द्वीप के काफी निकट थी। इटली के गृहमंत्री माट्टियो साल्विनी इस बात पर अड़े हैं कि कोई भी नौका इटली के किसी भी तट पर नहीं पहुंचनी चाहिए।
उन्होंने ट्वीट किया, यह नौका यहां नहीं पहुंचनी चाहिए। उन्होंने कहा, हमने पहले ही स्पष्ट किया हुआ है, आप समझिए। साल्वनी का इशारा उन तटों की ओर था जहां इटली ने पिछले कुछ वर्षों में छह लाख शरणार्थियों को शरण दी हुई है। इन लोगों को समुद्र से बचाकर यहां लाया गया था। (भाषा)