हमले के बाद यहां 20 अक्टूबर को होने वाले चुनावों की सुरक्षा की चिंता बढ़ गई है, जिसे अगले साल होने वाले राष्ट्रपति चुनावों की परीक्षा के तौर पर देखा जा रहा है। काबुल पुलिस के प्रमुख दाऊद अमीन ने कहा कि धमाका केंद्र के प्रवेश द्वार पर हुआ। यह एक आत्मघाती हमला था।
स्वास्थ्य एवं आंतरिक मामलों के मंत्रालयों ने हमले में कम से कम 48 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट ने अपनी प्रचार शाखा ‘अमक’ के जरिए इस हमले की जिम्मेदारी ली। मतदान केंद्र को निशाना बना कर किया गया यह ताजा हमला है जो शहर के पश्चिम में शिया आबादी वाले क्षेत्र में हुआ। अफगानिस्तान में काफी समय से लंबित विधायी चुनावों के लिए 14 अप्रैल से पंजीकरण शुरू हुआ। चुनाव अधिकारियों ने माना है कि चुनावों के दौरान सुरक्षा चिंता का विषय है। (भाषा)