प्योंगयांग की आधिकारिक कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने शनिवार को बताया कि किम ने यह बात उत्तर कोरिया की संसद में एक सत्र के दौरान कही। किम ने अपने भाषण में कहा कि फरवरी में ट्रंप के साथ शिखर वार्ता इसलिए विफल रही क्योंकि अमेरिका ने एकतरफा मांगें रखी थीं लेकिन निजी तौर पर अमेरिका के राष्ट्रपति के साथ उनके संबंध अच्छे हैं।
वहीं अमेरिका ने इस शिखर वार्ता के विफल रहने के पीछे की वजह बताते हुए कहा था कि उत्तर कोरिया प्रतिबंधों से बड़ी राहत की मांग कर रहा था, लेकिन उसके बदले सीमित निरस्त्रीकरण कदम उठाना चाहता था। शुक्रवार को केसीएनए ने बताया कि किम स्टेट अफेयर्स कमीशन के दोबारा अध्यक्ष चुने गए हैं। निर्णय लेने के मामले में यह देश की शीर्ष इकाई है।