बीजिंग। चीन की संसद ने राष्ट्रपति शी चिनफिंग के विश्वासपात्र ली किआंग की देश के नये प्रधानमंत्री के रूप में नियुक्ति की शनिवार को पुष्टि की। उन पर कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए लगाए सख्त 3 साल तक लगाए गए लॉकडाउन और पश्चिम के साथ बिगड़ते संबंधों से प्रभावित दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने का जिम्मा होगा। वह ली खछ्यांग (67) का स्थान लेंगे, जो पिछले 10 साल से देश के प्रधानमंत्री पद पर काबिज रहे।
हांगकांग स्थित साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट अखबार के अनुसार, हालांकि, शी के बरक्स उनका चुनाव सर्वसम्मति से नहीं हुआ। एनसीपी के 2,947 में से 2,936 सदस्यों ने उनके नाम का समर्थन किया, जबकि 3 ने उनके खिलाफ मतदान किया और 8 सदस्य मतदान से दूर रहे।
चीन और कुछ प्रमुख पश्चिमी देशों खासतौर से अमेरिका के बीच द्विपक्षीय संबंध दशकों में सबसे निचले स्तर पर हैं, जिससे प्रौद्योगिकी और निवेश के क्षेत्र में परेशानी बढ़ गई है। प्रांतीय स्तर पर शी के साथ काम कर चुके ली किआंग चीन के सबसे बड़े आधुनिक कारोबारी हब शंघाई में पार्टी के प्रमुख रह चुके हैं।