Los Angeles fire : अमेरिका का दूसरा सबसे बड़ा शहर लॉस एंजिलिस इन दिनों भीषण आग की चपेट में है। मंगलवार सुबह शहर के नज़दीकी जंगल में लगी आग चौथे दिन भी बेकाबू है, जिसने अब तक 10,000 से ज़्यादा इमारतों को जलाकर खाक कर दिया है। इस अग्निकांड में 10 लोगों की जान चली गई है, और 1,80,000 से ज्यादा लोगों को अपना घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा है।
आग का फैलाव और तबाही: यह आग इतनी तेज़ी से फैली है कि इसने लॉस एंजिलिस के एक बड़े हिस्से को अपनी चपेट में ले लिया है। फैशन और चकाचौंध के लिए मशहूर इस शहर में अब तबाही का मंज़र है। आग के कारण हुए नुकसान का अंदाज़ा 150 अरब डॉलर तक लगाया जा रहा है। अधिकारियों के अनुसार, लॉस एंजिलिस के 6 जंगल इस वक़्त धधक रहे हैं, और आग का दायरा हर पल बढ़ता ही जा रहा है। कल शाम तक शहर का आधा हिस्सा आग की चपेट में आ चुका था।
अब तक की सबसे बड़ी आग: यह आग कैलिफॉर्निया के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी आग बताई जा रही है। इसकी भयावहता का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि इसने हजारों घरों, व्यापारिक प्रतिष्ठानों और अन्य ढांचों को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है। आग के कारण हुए जान-माल के नुकसान ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है।
अमेरिका में पिछली जंगल की आग की घटनाएं: लॉस एंजिलिस की यह आग अमेरिका में जंगल की आग की बढ़ती घटनाओं की एक कड़ी है। पिछले कुछ वर्षों में, अमेरिका ने कई विनाशकारी जंगल की आग का सामना किया है, जिनमें शामिल हैं:
कैंप फायर (2018): कैलिफॉर्निया के इतिहास में सबसे घातक और विनाशकारी आग, जिसमें 85 लोगों की जान चली गई थी और पैराडाइज शहर पूरी तरह से तबाह हो गया था।
क्लॉवर फायर (2017): उत्तरी कैलिफ़ॉर्निया में लगी इस आग में 40 से ज़्यादा लोगों की मौत हुई थी और हज़ारों घर जल गए थे।
2020 कैलिफ़ॉर्निया की आग: इस साल कैलिफ़ॉर्निया में रिकॉर्ड तोड़ आग लगी थी, जिसमें 40 लाख एकड़ से ज़्यादा जमीन जल गई थी।
It still is kinda blowing my mind that this is the current situation with the Los Angeles fires and the only thing Democrat leaders in charge of the state can do is blame Donald Trump and climate change
जलवायु परिवर्तन का ऐतिहासिक संदर्भ: वैज्ञानिकों का मानना है कि जलवायु परिवर्तन जंगल की आग की बढ़ती घटनाओं का एक मुख्य कारण है। पिछले कुछ दशकों में, पृथ्वी का तापमान बढ़ रहा है, जिससे सूखा, गर्मी और तेज हवाएं बढ़ रही हैं। ये सभी कारक जंगल की आग के लिए अनुकूल परिस्थितियां बनाते हैं।
बढ़ता तापमान: जलवायु परिवर्तन के कारण पृथ्वी का औसत तापमान बढ़ रहा है, जिससे जंगल और सूखे हो रहे हैं और आग लगने का खतरा बढ़ रहा है।
सूखा: जलवायु परिवर्तन के कारण कई क्षेत्रों में सूखे की अवधि और तीव्रता बढ़ रही है, जिससे जंगल और भी ज़्यादा ज्वलनशील हो रहे हैं।
तेज हवाएं: जलवायु परिवर्तन के कारण कुछ क्षेत्रों में हवा की गति बढ़ रही है, जिससे आग तेज़ी से फैलती है।
Los Angeles is currently battling multiple devastating wildfires, with homes destroyed and residents forced to evacuate. The fires, fueled by high winds and low humidity, have stretched the city's fire department thin. I hope now they understand how devasted homes and lives feel.… pic.twitter.com/PgHt2ZMgXp
लॉस एंजिलिस की आग और जलवायु परिवर्तन: लॉस एंजिलिस की मौजूदा आग भी जलवायु परिवर्तन के प्रभावों का एक उदाहरण है। कैलिफ़ॉर्निया पिछले कई वर्षों से सूखे की चपेट में है, और इस साल गर्मी भी ज़्यादा पड़ रही है। इन कारकों ने मिलकर आग को इतना विनाशकारी बना दिया है।
आगे की स्थिति और चुनौतियां: मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भी तेज़ हवाओं की आशंका जताई है, जिससे आग पर काबू पाना और भी चुनौतीपूर्ण हो सकता है। जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने के लिए तत्काल कदम उठाने की ज़रूरत है, ताकि भविष्य में इस तरह की त्रासदियों से बचा जा सके।
लॉस एंजिलिस में लगी यह भीषण आग एक बड़ी त्रासदी है, जो जलवायु परिवर्तन के बढ़ते खतरे की चेतावनी भी है।