ज्ञापन बुधवार को 'फाल ऑफ ढाका' के 45 साल पूरे होने के अवसर पर सौंपा गया, जब बांग्लादेश एक नए देश के रूप में अस्तित्व में आया था। समूह ने 1971 के गृहयुद्ध के दौरान पूर्वी पाकिस्तान में बंगालियों के खिलाफ पाकिस्तानी सेना की बर्बर कार्रवाई और अत्याचारों की निंदा की।
डब्ल्यूएमसी ने कहा कि वह मांग करती है कि पाकिस्तान सरकार और अधिकारियों को बांग्लादेश सरकार से न सिर्फ बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए और 1971 में हुए नरसंहार की बात स्वीकार करनी चाहिए, बल्कि तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान में युद्ध अपराधों के लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराने तथा दंडित करने के साथ ही हमूदुर रहमान आयोग की रिपोर्ट भी सार्वजनिक करनी चाहिए। (भाषा)