मोदी चीन के तटवर्तीय शहर शियामेन में नौवें ब्रिक्स सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इन देशों के स्मार्टसिटी, आपात प्रबंधन से लेकर शहरीकरण के क्षेत्रों में आपसी सहयोग बढ़ाए जाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि आपसी सहयोग से ही विकास संभव है और एक मजबूत ब्रिक्स सहभागिता और 'इनोवेशन' विकास का जरिया बन सकता है। सौर ऊर्जा एजेंडा को मजबूती देने के लिए ब्रिक्स देश अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) के साथ काम कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि संयुक्त सहभागिता के तहत युवाओं को मुख्य धारा में जोड़ने, कौशल विकास में सहयोग बढ़ाने और उन्नत कार्यों में आदान-प्रदान की आवश्यकता है।
डोकलाम इलाके में भारत और चीन के बीच 2 माह तक चले गतिरोध के बाद दोनों देशों ने 28 अगस्त को अपने-अपने सैनिकों को वापस बुलाने का फैसला किया था जिसके बाद पहली बार ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के नेताओं की मुलाकात हो रही है।
सम्मेलन के लिए यहां आए नेता एक पूर्ण सत्र में भी हिस्सा लेंगे, जहां वे प्रमुख क्षेत्रों में ब्रिक्स के सदस्य देशों के बीच सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा करेंगे। इसके अलावा ये नेता, वैश्विक अर्थव्यवस्था और चुनौतियों सहित महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे। (वार्ता)