थिम्पू। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भूटान के 2 दिन के दौरे पर हैं। उन्होंने शनिवार को भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक से मुलाकात की। दोनों देशों ने अपने संबंधों में नई ऊर्जा का संचार करने के लिए 10 सहमति करार पर हस्ताक्षर किए। दोनों देशों ने अंतरिक्ष अनुसंधान, विमानन, सूचना प्रौद्योगिकी, बिजली एवं शिक्षा सहित 10 क्षेत्रों में सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर किए।
तशीचोडज़ोंग महल में हुआ समारोह भूटान नरेश और उनकी पत्नी महारानी जेत्सुन पेमा के साथ उनकी मुलाकात से पहले प्रधानमंत्री के लिए यहां तशीचोडज़ोंग महल में पारंपरिक चिपड्रेले जुलूस और स्वागत समारोह का आयोजन किया गया था। यह आयोजन अतिथि जिस मार्ग से गुजरता है, उसके शुद्धिकरण के लिए किया जाता है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महल में आयोजित स्वागत समारोह में सलामी गारद का निरीक्षण किया।
मोदी की दूसरी भूटान यात्रा : मोदी की यह दूसरी भूटान यात्रा है और दूसरी बार देश का प्रधानमंत्री बनने के बाद यह उनकी पहली यात्रा है। प्रधानमंत्री ने भूटान के प्रधानमंत्री के साथ शनिवार को विभिन्न विषयों पर बातचीत की। इस दौरान दोनों नेताओं ने विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय भागीदारी को और प्रगाढ़ बनाने के कदमों पर चर्चा की।
रुपे कार्ड की शुरुआत : मोदी ने शब्दरूंग नामग्याल द्वारा 1629 में निर्मित सिमटोखा जोंग में खरीदारी कर रुपे कार्ड की भी शुरुआत की। सिमटोखा जोंग भूटान में सबसे पुराने स्थलों में एक है और यह मठ और प्रशासनिक मामलों का केंद्र है। इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैं आज बहुत खुश हूं कि हमने भूटान में रुपे कार्ड की शुरुआत की है। इससे डिजिटल भुगतान और व्यापार तथा पर्यटन में हमारे संबंध और आगे बढ़ेंगे। हमारी साझा आध्यात्मिक धरोहर और लोगों के बीच मजबूत आपसी संपर्क हमारे संबंधों की कुंजी हैं।