सुप्रीम कोर्ट ने पनामागेट मामले में नवाज शरीफ को शुक्रवार को दोषी करार देते हुए प्रधानमंत्री पद के अयोग्य ठहराया था जिसके बाद शरीफ ने इस्तीफा दे दिया था। शरीफ द्वारा अब्बासी को अंतरिम नेता के तौर पर पेश किए जाने और अपने भाई शाहबाज शरीफ को उत्तराधिकारी घोषित करने के बाद पाकिस्तानी राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने एक विशेष सत्र बुलाया था। इसके बाद ही मंगलवार को प्रधानमंत्री चुने जाने की पुष्टि की गई।
शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज- पीएमएल-एन) के पास संसद में 342 में से 188 सीटें हैं लिहाजा वह तुरंत अपनी पसंद के व्यक्ति को प्रधानमंत्री बना सकती है। चुनाव आयोग द्वारा नवाज शरीफ की नेशनल असेंबली की सदस्यता को समाप्त करने के बाद उनकी सीट रिक्त हो गई है इसलिए शाहबाज शरीफ के इस सीट से चुनाव लड़ने की भी संभावना है। रिक्त हुई सीट को पीएमएल-एन का गढ़ माना जाता है।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने मामले की जांच कर रही संयुक्त जांच समिति (जेआईटी) की रिपोर्ट के आधार पर फैसला सुनाते हुए शरीफ और वित्त मंत्री इशाक डार को अयोग्य घोषित कर दिया था। इसके अलावा न्यायालय ने नेशनल असेंबली के सदस्य कैप्टन मोहम्मद सफदर को भी पद के अयोग्य ठहराया है। जेआईटी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि शरीफ के परिवार के पास आय के घोषित श्रोत से बहुत अधिक संपत्ति है।