नेपाल विमान हादसा : सेना ने दुर्घटनास्थल का पता लगाया, यात्रियों की नहीं दी कोई जानकारी
सोमवार, 30 मई 2022 (12:27 IST)
काठमांडू। नेपाल की सेना को विमानन कंपनी 'तारा एयर' के दुर्घटनाग्रस्त विमान के मलबे के मुस्तांग जिले में होने के सुराग मिले हैं। सेना के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी। हालांकि विमान में सवार 22 लोगों के बारे में अब भी कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।
सेना के प्रवक्ता ब्रिगेडियर नारायण सिल्वाल ने कहा, सैनिकों और बचावकर्मियों ने दुर्घटनास्थल का पता लगा लिया है। इससे जुड़ी विस्तृत जानकारी जल्द साझा की जाएगी। उन्होंने ट्वीट किया, दुर्घटनास्थल मुस्तांग जिले के थसांग-2 के सनोसवेयर में है।
तारा एयर के ट्विन ओट्टर 9एन-एईटी विमान ने पोखरा से रविवार सुबह करीब 10 बजे उड़ान भरी थी, लेकिन 15 मिनट बाद ही उसका नियंत्रण टॉवर से संपर्क टूट गया। विमान में चार भारतीय, दो जर्मन और 13 नेपाली नागरिकों सहित कुल 22 लोग सवार थे। उनके बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।
अधिकारियों के मुताबिक, खराब मौसम और बादल छाए रहने के कारण दुर्घटनाग्रस्त विमान के मलबे तक पहुंचने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। कनाडा में निर्मित यह विमान पोखरा से मध्य नेपाल स्थित मशहूर पर्यटक शहर जोमसोम की ओर जा रहा था।
विमानन कंपनी की ओर से जारी यात्रियों की सूची के अनुसार, विमान में मौजूद भारतीयों की पहचान अशोक कुमार त्रिपाठी, उनकी पत्नी वैभवी बांडेकर त्रिपाठी और बच्चों-धनुष त्रिपाठी व ऋतिका त्रिपाठी के तौर पर हुई है। यह परिवार महाराष्ट्र के ठाणे जिले का रहने वाला है।
समाचार साइट रातोपाटी डॉट कॉम के अनुसार, दुर्घटनास्थल का पता चल गया है। विमान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है और उसके टुकड़े इधर-उधर बिखरे पड़े हैं। रातोपाटी डॉट कॉम ने स्थानीय निवासी इंद्रा सिंह के हवाले से कहा कि शवों के टुकड़े भी इधर-उधर बिखरे पड़े हैं और वे शिनाख्त की हालत में नहीं हैं।
वहीं ऑनलाइन समाचार मंच जनमंच डॉट कॉम की एक खबर के मुताबिक, दुर्घटनाग्रस्त विमान का मलबा मानापथ पर्वत के नीचे सनोसवेयर में मिला है। खबर में स्थानीय लोगों के हवाले से कहा गया है कि विमान लांखु नदी के उद्गम स्थल के पास पहाड़ी पर दुर्घटनाग्रस्त हुआ और कई हिस्सों में टूटकर बिखर गया।
खबर में मुस्तांग के प्रमुख जिलाधिकारी नेत्र प्रसाद के हवाले से कहा गया है कि विमान समुद्र तल से करीब 4 हजार मीटर की ऊंचाई पर एक पहाड़ी पर दुर्घटनाग्रस्त हुआ। गौरतलब है कि 2016 में तारा एयर का एक अन्य विमान उड़ान भरने के बाद इसी मार्ग पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। हादसे में विमान में सवार सभी 23 लोगों की मौत हो गई थी।
वहीं मार्च 2018 में यूएस-बांग्ला एयर का विमान त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिससे उसमें सवार 51 लोगों की जान चली गई थी।(भाषा)