सियोल। उत्तर कोरिया ने अपने पूर्वी तट के निकट समुद्र में शनिवार को 2 प्रक्षेपास्त्र दागे। ऐसा माना जा रहा है कि ये प्रक्षेपास्त्र कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल हैं। दक्षिण कोरिया के 'ज्वॉइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ' ने एक बयान में बताया कि प्रक्षेपास्त्र उत्तर प्योंगान प्रांत से जापान सागर में दागे गए।
बयान में कहा गया कि दक्षिण कोरिया की सेना इस संबंधी स्थिति पर नजर रख रही है और पूरी तरह तैयार है। जापान के रक्षामंत्री ने बताया कि उत्तर कोरिया ने बैलिस्टिक मिसाइल की तरह लगने वाली चीजें दागी हैं। उन्होंने बताया कि जापानी क्षेत्र या इसके विशिष्ट आर्थिक क्षेत्र में किसी वस्तु के आने को कोई संकेत नहीं है।
प्योंगयांग ने कहा कि परमाणु हथियारों से लैस उत्तर कोरिया ने इस महीने की शुरुआत में भी 2 मौकों पर इसी प्रकार के प्रक्षेपण किए थे। उसने कहा कि उत्तर कोरिया ने उस समय लंबी दूरी तक मार करने वाली तोपों का अभ्यास किया था लेकिन जापान ने कहा कि ये प्रक्षेपास्त्र बैलिस्टिक मिसाइल प्रतीत होते हैं।
ताजा प्रक्षेपण ऐसे समय में किए गए हैं, जब अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच निरस्त्रीकरण वार्ता लंबे समय से रुकी हुई है। प्रक्षेपण से कुछ ही समय पहले उत्तर कोरिया की आधिकारिक 'कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी' (केसीएनए) ने बताया कि देश में कोरोना वायरस महामारी के बावजूद 10 अप्रैल को उसकी संसद 'सुप्रीम पीपल्स एसेंबली' की बैठक होगी।
उल्लेखनीय है कि उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेई इन को कुछ ही सप्ताह पहले निजी पत्र भेजकर देश में कोरोना वायरस संक्रमण के बीच 'राहत' का प्रस्ताव भेजा था। दक्षिण कोरिया कोरोना वायरस से बुरी तरह प्रभावित हुआ है लेकिन उत्तर कोरिया इस संक्रमण को काबू करने में अभी तक कामयाब रहा है।