इस्लामाबाद। Iran air strike in pakistan : पाकिस्तान ने ईरान द्वारा बिना उकसावे के उसकी हवाई सीमा का उल्लंघन किए जाने के बाद अपने राजदूत को तेहरान से वापस बुलाया। मीडिया खबरों के मुताबिक पाकिस्तान की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि ईरान द्वारा पाकिस्तान की संप्रभुता पर अकारण हमला अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र के चार्टर के उद्देश्यों और सिद्धांतों का उल्लंघन है।
पाकिस्तान ने कहा है कि यह गैरकानूनी कृत्य पूरी तरह से अस्वीकार्य है और इसका कोई भी औचित्य नहीं है। पाकिस्तान इस अवैध कृत्य पर प्रतिक्रिया देने का अधिकार सुरक्षित रखता है। पाकिस्तान ने कहा है कि परिणामों की जिम्मेदारी पूरी तरह से ईरान की होगी।
दो अड्डों पर दागी थीं मिसाइलें : ईरानी सरकारी मीडिया ने खबर दी कि मंगलवार को पाकिस्तान में बलूच आतंकवादी संगठन जैश-अल-अदल के 2 अड्डों पर मिसाइलें दागी गईं। उससे एक दिन पहले ईरान के रिवोल्युशनरी गार्ड्स ने इराक और सीरिया में लक्ष्यों को मिसाइलों से निशाना बनाया था।
क्यों हुई एयर स्ट्राइक : आतंकवादी समूह जैश अल-अदल ने ईरान के सुरक्षाबलों पर हमले किए थे। इसके बाद ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स (IRGC) द्वारा बलूची समूह जैश अल अदल के ठिकानों को मिसाइलों से निशाना बनाया गया।
कहां हुई एयर स्ट्राइक : रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान ने आतंकी समूह के ठिकानों पर मिसाइलों और ड्रोन से हमला किया। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने उस स्थान का उल्लेख नहीं किया जहां यह हमला हुआ लेकिन ऐसा संदेह है कि ये ठिकाने बलूचिस्तान में थे।
क्या है जैश अल अदल सुन्नी : जैश अल-अदल सुन्नी आतंकवादी समूह है जो मुख्यत: पाकिस्तान से अपनी गतिविधियों को अंजाम देता है। 2012 में बने इस संगठन का मकसद सिस्तान और बलूचिस्तान प्रांत को स्वतंत्रता कराना है। इस समूह का सरगना सलाउद्दीन फारूकी है। पाकिस्तान बॉर्डर पर जैश अल-अदल आतंकी गतिविधियों को अंजाम देता है।
पाकिस्तान आतंकियों का पनाहगाह : पाकिस्तान में जैश ए मोहम्मद, अल कायदा, लश्कर-ए-तैयबा, हिज्बुल मुजाहिदीन जैसे कई आतंकी संगठन हैं जो पाकिस्तान की सरजमीं पर फल फूल रहे हैं। ये सब संगठन पाकिस्तान में रहकर अपनी आतंकी गतिविधियों को अंजाम देते हैं।
पाकिस्तान की चेतावनी : पाकिस्तान ने अपनी संप्रभुता के इस उल्लंघन की कड़ी निंदा करने के लिए ईरान के प्रभारी राजदूत को विदेश मंत्रालय में तलब किया। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने बयान जारी कर ईरान के इस कृत्य को उसके हवाई क्षेत्र का अकारण उल्लंघन बताया है।