पाकिस्तान के खिलाफ यह प्रस्ताव अमेरिका लेकर आया था और इस पर 36 के मुकाबले सिर्फ एक देश, तुर्की ने विरोध किया। जबकि पाकिस्तान के पुराने साथियों चीन और सऊदी अरब ने भी अमेरिका के प्रस्ताव के पक्ष में वोट दिया। फाइनेंसियल एक्शन टास्क फोर्स में लिया गया फैसला पाकिस्तान के लिए काफी मुश्किलें पैदा करने वाला साबित होगा।
जियो टीवी ने डैनिएला के हवाले से कहा है कि इस पर फैसला समीक्षा बैठक के बाद आएगा, जो अभी चल रही है। पाकिस्तान के मीडिया का यह भी कहना है कि भारत का मीडिया गलत खबर चला रहा है। पाकिस्तान का दावा है कि वह इस फैसले को जून तक टलवाने में सफल रहा है और इस पर फैसला जून के बाद ही आने की संभावना है।