इस्लामाबाद। पाकिस्तान के करतारपुर कॉरीडोर पर बनाए गए आधिकारिक गाने के वीडियो में मारे गए तीन खालिस्तानी आतंकवादी नेताओं को दिखाए जाने के बाद एक नया विवाद शुरू हो गया है।
पाकिस्तान सरकार ने इस संबंध में एक वीडियो ट्विटर पर शेयर किया है। इसी वीडियो में प्रधानमंत्री इमरान खान सिखों के महत्वपूर्ण गुरुद्वारा दरबार साहिब करतारपुर के महत्व को रेखांकित करते दिखाई दे रहे हैं। इस वीडियो में सिख श्रद्धालुओं के पाकिस्तान के विभिन्न गुरुद्वारों में मत्था टेकने जाते हुए दिखाया गया है। लेकिन, विवाद तब खड़ा हुआ जब वीडियो में खालिस्तानी नेता जरनैल सिंह भिंडरावाले, अमरीक सिंह खालसा और मेजर जनरल (बर्खास्त) शाहबेग सिंह को दिखाया गया। तीनों खालिस्तानी नेता 1984 में हुए भारतीय सेना के ऑपरेशन ब्लू स्टार के दौरान मारे गए थे।
आगामी 9 नवंबर को खोले जाने वाले इस गलियारे में भारतीय तीर्थयात्रियों के लिए वीजा-मुक्त आवागमन की सुविधा होगी, जिन्हें करतारपुर साहिब जाने के लिए अब केवल एक परमिट प्राप्त करना होगा।
पाकिस्तान का दोहरा खेल : करतारपुर कॉरिडोर को लेकर पाकिस्तान दोहरा खेल खेल रहा है। पाकिस्तान की ओर से बुधवार को करतारपुर गुरुद्वारा को लेकर एक आधिकारिक गाना जारी किया गया, लेकिन पाकिस्तान ने इसमें भी खेल किया है। पाकिस्तान की ओर से करतारपुर पर दो वीडियो जारी किए गए हैं, फेसबुक पर अलग और ट्विटर पर अलग है। दोनों ही वीडियो में जरनैल सिंह भिंडरावाले का जिक्र है।
पाकिस्तान का हिडन एजेंडा : दूसरी ओर, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने एएनआई से कहा कि पाकिस्तानी सरकार के आधिकारिक वीडियो में खालिस्तानी अलगाववादी जरनैल सिंह भिंडरावाले को दिखाना निंदनीय है। उन्होंने कहा कि मैं पहले दिन से ही कह रहा हूं कि इस सबके पीछे पाकिस्तान का कोई छिपा हुआ एजेंडा है।