भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा कि सईद की रिहाई ने एक बार फिर साबित कर दिया कि आतंकवाद फैलाने वाले लोग और समूह जिन्हें संयुक्त राष्ट्र ने आतंकी का दर्जा दे रखा है, उनको न्याय के कटघरे में लाने में पाकिस्तान की सरकार बिलकुल भी गंभीर नहीं है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने गुरुवार को नई दिल्ली में कहा, 'ऐसा लगता है कि यह प्रतिबंधित आतंकियों को मुख्यधारा में लाने का पाकिस्तान की व्यवस्था का प्रयास है। पाकिस्तान ने राज्येतर तत्वों को बचाने और बढ़ावा देने की अपनी नीति बदली नहीं है और उसका असली चेहरा अब सबके सामने आ गया है।'