सईद के नजरबंदी से रिहा होने के बाद सीआईए के पूर्व अधिकारी ने कहा कि उसके हाथ खून से सने हैं और वह पाकिस्तान की मुख्यधारा की राजनीति में कट्टरपंथी तत्वों को लाना चाहता है। संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका की ओर से आंतकवादी घोषित सईद जनवरी से नजरबंदी में था लेकिन लाहौर उच्च न्यायालय के रिहा किए जाने के आदेश मिलने के बाद सईद को रिहा कर दिया गया है।
वहीं आंतकवादी संगठनों पर जाने-माने विशेषज्ञ क्रिस्टीन फेयर ने ट्वीट किया कि नहीं... जेयूडी इस्लामिक स्टेट से जुड़ा नहीं हैं। क्या धोखेबाजी है... यकीनन। हाफिज सईद की रिहाई के साथ ही पाकिस्तान में जिहादियों का मुख्यधारा में राजनीतिकरण पूरा हुआ। एनबीसी न्यूज का कहना है कि सईद की रिहाई से अमेरिका और पाकिस्तान के संबंध दोबारा बिगड़ सकते हैं।