हालांकि पाकिस्तान इस बात से राहत महसूस कर सकता है कि फिलहाल वह ब्लैक लिस्ट होने से बच गया है, लेकिन FATF ने चेतावनी देते हुए उसे फरवरी 2020 तक का समय दिया है। FATF ने कहा कि वह निर्धारित 27 पॉइंट्स को पूरा करे। फिलहाल पाक को 22 बिन्दुओं पर फेल करार दिया गया है।
यदि पाकिस्तान फरवरी 2020 तक अपेक्षित सुधार नहीं करता है तो उसे ब्लैक लिस्ट किया जा सकता है। इसके लिए FATF ने उसे चेतावनी भी दी है। पाक को फिलहाल ग्रे लिस्ट में ही रखा गया है, जबकि भारत चाहता था कि उसे ब्लैक लिस्ट में डाल देना चाहिए। माना जा रहा है कि पाकिस्तान को बचाने में चीन, मलेशिया और तुर्की की खास भूमिका रही है।
गौरतलब है कि कुल 36 देशों के FATF के मुताबित किसी भी देश को ब्लैकलिस्ट होने से बचाने के लिए 3 देशों का समर्थन जरूरी होता है। संभवत: चीन, मलेशिया और तुर्की का समर्थन उसे मिल गया। यदि पाकिस्तान भविष्य में ब्लैक लिस्ट होता है तो उसकी अर्थव्यवस्था पर इसका विपरीत असर पड़ेगा।