PM Modi in Germany : वो कौन सा पंजा था जो 1 रुपए में 85 पैसे घिस लेता था, पीएम ने कांग्रेस पर साधा निशाना

मंगलवार, 3 मई 2022 (00:40 IST)
बर्लिन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिन की विदेश यात्रा पर पहले दिन सोमवार को जर्मनी पहुंचे। यहां उन्होंने जर्मनी के चांसलर ओलाफ स्कोल्ज से मुलाकात की। बर्लिन में जर्मनी और भारतीय कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक की। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बर्लिन के पॉट्सडैमर प्लाट्ज में थिएटर भारतीय समुदाय को संबोधित किया। यहां भारतीय लोगों ने मोदी..मोदी और भारत माता की जय के नारे लगाकर उनका स्वागत किया। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कांग्रेस पर भी निशाना साधा।  प्रधानमंत्री ने करीब एक घंटे के अपने भाषण में अपनी सरकार के कामकाज गिनाए।

कांग्रेस पर निशाना : पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार के कार्यकाल में बड़ी संख्या में लोगों के खाते में सीधे लाभ पहुंचा है। बिना किसी बिचौलिए के। कोई कट मनी नहीं। अब किसी प्रधानमंत्री को नहीं कहना पड़ेगा कि एक रुपया भेजता हूं तो 15 पैसे पहुंचता है। पीएम ने नाम लिए बगैर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कौन सा पंजा था जो 1 रुपए में से 85 पैसे घिस लेता था।

एलईडी के उपयोग से बचाई बिजली : प्रधानमंत्री ने कहा- भारत में क्लाइमेट चैलेंज से निपटने के लिए हम people power से लेकर tech power तक हर समाधान पर काम कर रहे हैं। बीते 8 साल में हमने भारत में LPG कवरेज को 50% से बढ़ाकर लगभग 100% कर दिया है। भारत का हर घर अब LED बल्ब उपयोग कर रहा है। आज मैं आप सभी से ये आग्रह करूंगा कि भारत के local को global बनाने में आप भी मेरा साथ दीजिए। यहां के लोगों को भारत के local की विविधता, ताकत और खूबसूरती से परिचित आप बहुत आसानी से करा सकते हैं।
 
संकट में काम आए नया भारत : आज विश्व गेहूं की कमी का सामना कर रहा है। उस समय हिंदुस्तान का किसान दुनिया का पेट भरने के लिए आगे आ रहा है। जब भी मानवता के सामने कोई संकट आता है, तो भारत समाधान के साथ सामने आता है। यही नया भारत है, यही नए भारत की ताकत है।
 
पहले एक देश 2 संविधान : 21वीं सदी के इस तीसरे दशक की सबसे बड़ी सच्चाई ये है कि आज India is going global। कोरोना के इसी काल में भारत ने 150 से ज्यादा देशों को जरूरी दवाइयां भेजकर अनेकों जिंदगियां बचाने में मदद की है। पहले देश एक लेकिन संविधान 2 थे। परंतु उन्हें एक करने में इतनी देर क्यों लगी? 7 दशक हो गए, एक देश एक संविधान लागू करते करते। लेकिन वो अब हमनें लागू किया है।
 
नया भारत अब सिर्फ सिक्योर फ्यूचर की नहीं सोचता, बल्कि रिस्क लेता है, इनोवेट करता है, इन्क्युबेट करता है। मुझे याद है, 2014 के आसपास, हमारे देश में 200-400 ही स्टार्टअप्स हुआ करते थे। आज 68 हजार से भी ज्यादा Start-Ups हैं, दर्जनों Unicorns हैं। बीते 7-8 साल में भारत सरकार ने DBT के द्वारा 22 लाख करोड़ रुपए से अधिक राशि लाभार्थियों के खातों में भेजे।
 
देश के करोड़ों लोग ड्राइविंग फोर्स : कहीं कोई बिचौलिया, कोई कट कम्पनी, कोई कटमनी नहीं। आज भारत में गवर्नेंस में टेक्नोलॉजी का जिस तरह Inclusion किया जा रहा है, वो नए भारत की नई पॉलिटिकल विल भी दिखाता है और Democracy की Delivery-क्षमता का भी प्रमाण है। देश आगे बढ़ता है जब देश के लोग उसके विकास का नेतृत्व करें, देश आगे बढ़ता है जब देश के लोग उसकी दिशा तय करें। अब आज के भारत में सरकार नहीं बल्कि देश के कोटि-कोटि जन ही ड्राइविंग फोर्स है।
देश ने बहुमत वाली सरकार चुनी : सकारात्मक बदलाव और तेज़ विकास की आकांक्षा ही थी कि जिसके चलते 2014 में भारत की जनता ने पूर्ण बहुमत वाली सरकार चुनी। ये भारत की महान जनता की दूरदृष्टि है कि साल 2019 में उसने, देश की सरकार को पहले से भी ज्यादा मजबूत बना दिया। 
 
आज का आकांक्षी भारत, आज का युवा भारत, देश का तेज विकास चाहता है। वो जानता है कि इसके लिए राजनीतिक स्थिरता और प्रबल इच्छाशक्ति कितनी आवश्यक है। इसलिए भारत के लोगों ने तीन दशकों से चली आ रही राजनीतिक अस्थिरता के वातावरण को एक बटन दबाकर खत्म कर दिया।
आज का भारत मन बना चुका है, संकल्प लेकर आगे बढ़ रहा है। और आप भी जानते हैं कि जब किसी देश का मन बन जाता है तो वो देश नए रास्तों पर भी चलता है और मनचाही मंजिलों को प्राप्त करके भी दिखाता है। 
राजनीतिक अस्थिरता को एक बटन दबाकर भारत के लोगों ने खत्म कर दिया। भारत को पता है कि कहां तक और कैसे जाना है। आपका प्यार और आशीर्वाद ही मेरी ताकत है।
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