इजराइल और हमास में सीजफायर पर नहीं बनी बात, नेतन्याहू ने बताया क्यों लटका समझौता?

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

शुक्रवार, 17 जनवरी 2025 (08:00 IST)
Israel Hamas ceasefire news : इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने दावा किया कि हमास दोनों पक्षों के बीच बनी कुछ सहमतियों से आखिरी समय में पीछे हट गया। इसके चलते गाजा पट्टी में लंबे समय से जारी युद्ध को खत्म करने और सैकड़ों बंधकों की रिहाई का रास्ता खोलने वाला बहुप्रतीक्षित संघर्ष-विराम समझौता लटक गया है। ALSO READ: यूक्रेन का रूस पर सबसे बड़ा हमला: रासायनिक संयंत्र और हवाई अड्डे निशाने पर, क्या युद्ध का रुख बदल रहा है?
 
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रमुख मध्यस्थ कतर द्वारा इस समझौते के पूरा होने की घोषणा के तुरंत बाद नेतन्याहू के कार्यालय की ओर से जारी बयान से समझौते में जटिलताओं का संकेत मिला।
 
नेतन्याहू के कार्यालय ने हमास पर अधिक रियायतें हासिल करने के लिए समझौते की कुछ शर्तों से मुकरने का आरोप लगाया। कार्यालय ने स्पष्ट किया कि नेतन्याहू सरकार संघर्ष-विराम समझौते पर मुहर लगाने के लिए तब तक बैठक नहीं करेगी, जब तक हमास अपना अड़ियल रुख नहीं छोड़ता। उन्होंने कहा कि हमास समझौते से पीछे हट रहा है और अंतिम क्षण में संकट पैदा कर रहा है, जिससे समझौता नहीं हो पा रहा है।
 
इस बीच, इजराइल सरकार के प्रवक्ता डेविड मेन्सर ने कहा कि इजराइली वार्ताकारों का प्रतिनिधिमंडल कतर में है और समाधान तक पहुंचने के लिए प्रयास जारी रखे हुए है। वहीं, हमास के एक वरिष्ठ पदाधिकारी इज्जत अल-रश्क ने कहा कि उनका संगठन मध्यस्थों द्वारा घोषित संघर्ष-विराम समझौते के लिए प्रतिबद्ध है।
 
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडन और एक प्रमुख मध्यस्थ कतर ने बुधवार को इजराइल और हमास के बीच संघर्ष-विराम समझौते की घोषणा की थी, जिसकी शर्तों में हमास की ओर से इजराइली बंधकों की चरणबद्ध रिहाई, इजराइल में कैद सैकड़ों फलस्तीनी कैदियों को रिहा किया जाना, गाजा के हजारों विस्थापितों को वापस लौटने की अनुमति देना और क्षेत्र में जरूरी मानवीय सहायता की आपूर्ति सुनिश्चित करना शामिल है।
 
नेतन्याहू के कार्यालय ने आरोप लगाया कि हमास पूर्व में बनी एक सहमति से मुकर गया है, जिससे बाद इजराइल को यह तय करने का अधिकार मिल गया है कि हत्या के जुर्म में सजायाफ्ता किन फलस्तीनी कैदियों को इजराइली बंधकों के बदले में रिहा किया जाएगा।
 
नेतन्याहू इजराइली बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए देश में व्यापक दबाव का सामना कर रहे हैं, लेकिन उनके नेतृत्व वाले धुर दक्षिणपंथी गठबंधन के सहयोगियों ने हमास को ज्यादा रियायतें देने की सूरत में उनकी सरकार गिराने की धमकी दी है।
 
गाजा में इजराइली हमले जारी : इस बीच, गाजा पट्टी में इजराइल के हवाई हमले गुरुवार को भी जारी रहे। युद्धग्रस्त क्षेत्र के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि बुधवार को गाजा पट्टी पर इजरायली हमलों में कम से कम 48 लोग मारे गए, जिनमें कई महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। हमास ने सात अक्टूबर 2023 को इजराइल पर हमला कर दिया था, जिसमें 1,200 लोग मारे गए थे और 250 अन्य को बंधक बना लिया गया था।
 
इसके बाद इजराइल ने जवाबी हमले किए, जिसमें फलस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार 46,000 से अधिक फलस्तीनी मारे गए, गाजा की अनुमानित 90 फीसदी आबादी विस्थापित हो गई और क्षेत्र में गंभीर मानवीय संकट पैदा हो गया। नवंबर 2023 में एक हफ्ते के संघर्ष-विराम के दौरान गाजा से 100 से अधिक बंधकों को रिहा किया गया था।
 
बुधवार को घोषित समझौते के तहत, इजराइल की ओर से अगले छह हफ्तों में सैकड़ों फलस्तीनी कैदियों की रिहाई के बदले हमास 33 इजराइली बंधकों को रिहा करेगा। समझौते के मुताबिक, इजराइली सेनाएं कई क्षेत्रों से पीछे हट जाएंगी, विस्थापित लोगों को अपने घरों में लौटने की इजाजत होगी और मानवीय सहायता बढ़ाई जाएगी। मध्यस्थों के अनुसार, बाकी बंधकों की रिहाई दूसरे और कहीं अधिक कठिन चरण में होनी है, जिस पर पहले चरण के दौरान बातचीत की जाएगी।
edited by : Nrapendra Gupta

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