तिमोश्कोव ने कहा कि 2012 में उसने मुझे फोन किया, हमारे बीच करीब आधा घंटा बात हुई। उसने फोन लंदन से किया था। उसने देशद्रोही होने से इनकार किया। उन्होंने बताया कि स्क्रिपल ने उन्हें बताया कि उसने पुतिन को पत्र लिख माफी देने और रूस आने की इजाजत देने का अनुरोध किया। तिमोश्कोव के मुताबिक उनके दोस्त को डबल एजेंट होने पर पछतावा था। (भाषा)