रैट होल माइनर्स को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना कठिन परिस्थितयों में सुरंग में खुदाई, सफाई और पाइप को काटने का कार्य किया। सिलक्यारा बचाव अभियान को सफलता तक पहुंचाने में रैट माइनर्स की भूमिका को बहुत अहम बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस लगन और परिश्रम से उन्होंने अन्य एजेंसियों के साथ योगदान दिया, उसके लिए वे बधाई और आशीर्वाद के पात्र हैं।
उन्होंने प्रदेश की जनता की ओर से रैट होल माइनर्स का आभार व्यक्त किया। मौके पर मौजूद रैट होल माइनर्स ने कहा कि सुरंग में फंसे 41 लोगों की जान बचाने के लिए विभिन्न एजेंसियों के साथ उन्हें भी अपना योगदान देने का अवसर मिला, यह उनके लिए गर्व की बात है। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी तथा उत्तरकाशी के जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला भी मौजूद थे।
चारधाम यात्रा मार्ग पर निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग का एक हिस्सा 12 नवंबर को ढह गया था जिससे मलबे के दूसरी ओर 41 मजदूर फंस गए थे। विभिन्न एजेंसियों द्वारा 17 दिनों तक लगातार युद्ध स्तर पर चलाए गए बचाव अभियान के बाद उन्हें बाहर निकाला जा सका। सुरंग में अंतिम दौर का अभियान रैट होल माइनर्स ने पूरा किया था। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour