क्या सस्ता तेल बेचेगा रूस? G-7 देशों को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का सीधा जवाब

Webdunia
बुधवार, 12 अक्टूबर 2022 (19:44 IST)
मास्को। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार सीधे तौर पर कहा कि उनका देश किसी भी हालत में कम कीमत पर तेल नहीं बेचेगा। पुतिन का यह बयान ऐसे वक्त पर आया है जब ग्रुप ऑफ सेवन (जी 7) द्वारा दुनिया भर में बेचे जाने वाले रूसी तेल की कीमत पर कैप लगाने का वादा किया गया है। जी-7 देशों की घोषणा के बाद पुतिन ने कहा कि वे चाहे कोई नियम बना लें लेकिन रूस अपने तेल को कम कीमत पर नहीं बेचेगा।
 
मास्को में एक ऊर्जा मंच को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे यह कहना है कि रूस हमारे अपने हितों के खिलाफ काम नहीं करेगा। हम तेल या गैस को कम कीमत पर ऑफर करके अपनी स्थिति को कम करने का काम नहीं करेंगे। नहीं, हम उनके (जी-7) आगे नहीं झुकेंगे। हम दूसरों द्वारा तय किए गए नियमों पर नहीं चलेंगे। हम हमारे नुकसान के लिए काम नहीं करेंगे।
 
योरप को गैस आपूर्ति के लिए तैयार : रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार को कहा कि उनका देश बाल्टिक सागर के जरिए जर्मनी जाने वाली नॉर्ड स्ट्रीम 2 पाइपलाइन से यूरोप को गैस की आपूर्ति फिर शुरू करने के लिए तैयार है।
 
विस्फोट के लिए अमेरिका को बताया जिम्मेदार : पुतिन ने मास्को में एक ऊर्जा मंच को संबोधित करते हुए फिर आरोप लगाया कि नॉर्ड स्ट्रीम 1 पाइपलाइन के दोनों लिंक और नॉर्ड स्ट्रीम 2 पाइपलाइन के दो में से एक लिंक में विस्फोटों के पीछे अमेरिका का हाथ होने की आशंका है। पाइपलाइन में विस्फोटों के कारण बड़े पैमाने पर गैस का रिसाव हुआ और उनसे आपूर्ति ठप हो गई है। अमेरिका पहले भी पुतिन के ऐसे आरोपों को खारिज कर चुका है।
 
कई यूरोपीय देशों ने कहा कि पाइपलाइन में विस्फोट संभवतः तोड़फोड़ के कारण हुए, हालांकि उन्होंने कोई दोषारोपण नहीं किया है। पुतिन ने दावा किया कि इन पाइपलाइन पर हमला उन लोगों ने किया है जो रूस से सस्ती गैस की आपूर्ति को रोककर यूरोप को कमजोर करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि पाइपलाइन में तोड़फोड़ अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद की एक घटना है और इसका उद्देश्य सस्ती ऊर्जा की आपूर्ति बाधित कर पूरे महाद्वीप की ऊर्जा सुरक्षा को प्रभावित करना है।
 
उन्होंने आरोप लगाया कि अमेरिका चाहता है कि यूरोप महंगी तरलीकृत प्राकृतिक गैस आयात करने के लिए मजबूर हो। पुतिन ने कहा कि जो लोग रूस और यूरोपीय संघ के संबंधों को खराब करना चाहते हैं, नॉर्ड स्ट्रीम पाइपलाइन में तोड़फोड़ के पीछे वे ही लोग हैं। रूस अब भी यूक्रेन के जरिए यूरोप को गैस की आपूर्ति कर रहा है लेकिन बाल्टिक पाइपलाइन में विस्फोटों ने सर्दियों के मौसम से पहले यूरोप में ऊर्जा की कमी की आशंका को बढ़ा दिया है।
 
रिसाव का पता लगा : पोलैंड में कच्चे तेल की उस भूमिगत पाइपलाइन में रिसाव का पता चला है जिसके जरिए रूसी कच्चा तेल जर्मनी भेजा जाता है। लेंड के परिचालक पीईआरएन ने कहा कि उसे मंगलवार की शाम ड्रुजबा पाइपलाइन में रिसाव का पता चला। रिसाव स्थल पोलैंड के शहर प्लॉक से करीब 70 किलोमीटर दूर है।
 
पीईआरएन ने बताया कि रिसाव के कारण का अभी पता नहीं चल सका है। इससे पहले, पिछले महीने भी यूरोप में गैस की दो पाइपलाइनों में रिसाव की घटनाएं हुई थीं। उल्लेखनीय है कि ऊर्जा को लेकर रूस एवं पश्चिम के बीच गतिरोध अब भी कायम है।
 
पोलैंड सरकार के एक सुरक्षा अधिकारी स्टैनिस्लाव ज़रीन ने कहा कि रिसाव के कारणों के बारे में अनुमान लगाना अभी जल्दबाजी होगी और विशेषज्ञ इस मामले की जांच कर रहे हैं। उन्होंने ट्वीट किया, "सभी परिकल्पनाएं संभव हैं... विफलता का पैमाना पोलैंड गणराज्य की सुरक्षा को प्रभावित नहीं करता है।"
 
इस बीच अधिकारियों के अनुसार रिसाव के वास्तविक स्थान का पता लगाने के लिए अग्निशमन कर्मी प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने सरकारी समाचार प्रसारक टीवीपी इंफो को बताया कि रिसाव के बाद फैल गए करीब 400 घन मीटर कच्चे तेल को हटा दिया गया है और पाइपलाइन से कच्चे तेल की आपूर्ति को बंद कर दिया गया है।
 
इस बीच जर्मनी के अर्थव्यवस्था मंत्रालय ने कहा कि देश में ईंधन की आपूर्ति अभी सुरक्षित है और दो जर्मन रिफाइनरी को ड्रुजबा पाइपलाइन से कच्चे तेल की आपूर्ति हो रही है। जर्मनी में कच्चे तेल की आपूर्ति में पिछले साल रूस की हिस्सेदारी करीब 35 प्रतिशत थी। लेकिन यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद उस अनुपात को कम कर दिया गया है।  भाषा Edited by Sudhir Sharma

सम्बंधित जानकारी

अगला लेख