S. Jaishankar's statement on terrorism : विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शनिवार को अंतरराष्ट्रीय समुदाय से सभी तरह के आतंकवाद का पूरी मजबूती से मुकाबला करने और आतंकी पनाहगाहों तथा आतंकवाद के वित्त पोषण नेटवर्क को नष्ट करने का आह्वान किया। जयशंकर ने यह टिप्पणी लाओस की राजधानी वियनतियाने में 31वें आसियान क्षेत्रीय मंच (एआरएफ) में की।
उन्होंने अपने संबोधन के बारे में एक्स पर पोस्ट किया, सभी तरह के आतंकवाद से लड़ने को लेकर प्रतिबद्ध रहें, आतंकी पनाहगाहों और संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकवाद के वित्त पोषण नेटवर्क को नष्ट करें तथा साइबर अपराध से निपटें। एआरएफ बदलाव ला सकता है।
जयशंकर ने कहा कि कोविड, संघर्ष और जलवायु आज दुनिया में व्याप्त समस्याओं को उजागर करते हैं। उन्होंने कहा, समाधान केवल सहयोग- आर्थिक, राजनीतिक, तकनीकी और संपर्क के माध्यम से ही निकल सकते हैं। उन्होंने कहा कि केवल अंतरराष्ट्रीय सहयोग से ही यह सुनिश्चित हो सकता है कि वैश्विक साझा संसाधन सुरक्षित रहें और वैश्विक वस्तुओं की आपूर्ति हो।
जयशंकर दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्रों के संगठन (आसियान) की बैठकों में भाग लेने के लिए लाओस की राजधानी में हैं। उन्होंने कहा कि भारत आसियान की एकता और हिंद-प्रशांत पर आसियान दृष्टिकोण (एओआईपी) तथा भारत की हिंद-प्रशांत महासागर पहल और एओआईपी के बीच तालमेल का दृढ़ता से समर्थन करता है।
विदेश मंत्री ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कानूनों के अनुसार क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा, नौवहन और उड़ान की स्वतंत्रता तथा विवादों के शांतिपूर्ण समाधान के महत्व को मान्यता दिए जाने की आवश्यकता है। जयशंकर ने यह भी कहा कि भारत आने वाले वर्षों में एआरएफ गतिविधियों में योगदान देने की अपनी प्रतिबद्धता पर अडिग है। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour