सोल। प्योंगयांग के अब तक के सबसे बड़े परमाणु परीक्षण के दो दिन बाद दक्षिण कोरिया की नौसेना ने उत्तर कोरिया को समुद्र में उकसावे वाली कोई कार्रवाई नहीं करने की चेतावनी देते हुए आज बड़ा ‘लाइव फायर’ अभ्यास किया।
नौसेना ने एक बयान में बताया कि पूर्वी सागर (जापान सागर) में किए गए इस अभ्यास में 2500 टन वजनी फ्रिगेट गैंगवान, 1000 टन का एक गश्ती जहाज और 400 टन वजनी निर्देशित मिसाइल पोतों सहित अन्य संसाधनों का इस्तेमाल किया गया।
13 वे मैरीटाइम बैटल ग्रुप के कमांडर कैप्टन चोई यांग चान ने एक बयान में कहा, 'यदि दुश्मन पानी के ऊपर या अंदर उकसावे की कोई कार्रवाई करता है तो हम उसे समुद्र में डुबोने के लिए तत्काल जवाबी कार्रवाई करेंगे।'
उत्तर कोरिया ने रविवार को आज तक का सबसे शक्तिशाली परमाणु परीक्षण किया था। उसका दावा है कि यह हाइड्रोजन बम था जिसका लंबी दूरी की मिसाइल में इस्तेमाल किया जा सकता है। दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया के परमाणु परीक्षण स्थल पर सोमवार को कई बैलिस्टिक मिसाइल दागी थीं।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और दक्षिण कोरिया के नेता मून जेई इन ने कल देर रात फोन पर की गई बातचीत में दक्षिण कोरिया की मिसाइलों में पेलोड सीमा हटाने पर सहमति जताई। वर्ष 2001 में हुए द्विपक्षीय समझौते के अनुसार पेलोड सीमा 500 किलोग्राम तय की गई थी।
व्हाइट हाउस द्वारा जारी एक बयान के अनुसार ट्रंप ने कहा कि वह अमेरिका द्वारा दक्षिण कोरिया को कई अरब डालर के सैन्य हथियार एवं उपकरण की बिक्री की मंजूरी देने के इच्छुक हैं।
दो अंतरमहाद्वीपीय मिसाइल परीक्षणों समेत उत्तर कोरिया के कई मिसाइल परीक्षणों के कारण कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव बढ़ गया है। (भाषा)