बैठक में पाकिस्तान की तरफ से संघीय जांच एजेंसी, सीमा, निर्माण, पाकिस्तान रेंजर्स पंजाब और पाकिस्तान सर्वेक्षण विभाग के अधिकारी शामिल हुए। भारत की तरफ से भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकारण, सीमा सुरक्षा बल और सीमा एवं आव्रजन विभाग के अधिकारियों ने शिरकत की।
इससे पहले दोनों देशों की तकनीकी टीम की 16 अप्रैल को बैठक हुई थी। इस बैठक में दोनों देशों की तरफ से की गई सिफारिशों पर एक दूसरे को कुछ आपत्ति थी। इस बैठक से पहले 19 मार्च को पाकिस्तान और भारत के तकनीकी विशेषज्ञ जीरो लाइन पर मिले थे और करतारपुर गलियारे के विकास और इसे अंतिम रूप देने पर विचार-विमर्श किया था।
करतारपुर साहिब गुरद्वारा पाकिस्तान, भारत सीमा से चार किलोमीटर दूर नारोवल के एक छोटे शहर में स्थित है। यहां पर सिख संप्रदाय संस्थापक बाबा गुरु नानक ने अपने जीवन के अंतिम 18 वर्ष व्यतीत किए थे। इस परियोजना का शिलान्यास प्रधानमंत्री इमरान खान ने पाकिस्तान की तरफ पिछले साल 28 नवंबर को किया था।