संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत निकी हेली ने यह जानकारी दी। हेली सितंबर माह के लिए सुरक्षा परिषद की अध्यक्ष बनीं। उन्होंने कहा कि ट्रम्प 26 सितंबर को ईरान के मुद्दे पर 15 सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाना चाहते हैं। अमेरिकी कदम का उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के कथित उल्लंघन के लिए तेहरान पर और दबाव डालना है। अमेरिका ने मई में ईरान के साथ ऐतिहासिक परमाणु समझौते से खुद को अलग कर लिया था।
ट्रम्प प्रशासन का कहना था कि ओबामा प्रशासन के कार्यकाल में हुआ यह समझौता ईरान पर अपने परमाणु हथियारों और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम को रोकने के लिए पर्याप्त दबाव डालने में नाकाम रहा। वाशिंगटन ने 7 अगस्त को ईरान पर कठोर और एकतरफा प्रतिबंध लगाकर और उसके तेल निर्यात को रोकने के लिए 5 नवंबर की समय सीमा तय करके तेहरान पर एकबार फिर से अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाने की कोशिश की है।
संयुक्त राष्ट्र महासभा का 73 वां सत्र 18 सितंबर से न्यूयॉर्क में शुरू होगा। ट्रम्प के महीने के आखिर में सत्र में हिस्सा लेने की उम्मीद है। यह उच्चस्तरीय सप्ताह 24 सितंबर से शुरू होगा, जिसमें वैश्विक शांति पर बैठक होगी।
हेली ने कहा कि वह (ट्रम्प) ईरान के अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन करने और समूचे पश्चिम एशिया में ईरान जो सामान्य अस्थिरता के बीज बो रहा है उसका निराकरण करने के लिए बैठक बुलाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि ईरान के बारे में चिंता बढ़ रही है। उन्होंने तेहरान की बैलिस्टिक मिसाइल महत्वाकांक्षाओं, यमन को हथियारों की बिक्री और आतंकवादी समूहों को समर्थन का उल्लेख किया।