Trump Putin Talk : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच दो घंटे की फोन वार्ता में यूक्रेन युद्ध पर अहम चर्चा हुई। दोनों नेताओं ने जल्द ही हंगरी के बुडापेस्ट में मुलाकात करने का फैसला किया है।
ट्रंप ने कहा कि राष्ट्रपति पुतिन से यूक्रेन में युद्धविराम को लेकर महत्वपूर्ण वार्ता हुई है और यह मामले में बड़ी प्रगति है। इसी के बाद हम दोनों ने मिलने का फैसला किया है। यह बैठक रूस यूक्रेन युदध खत्म कराने के लिए होगी।
मुलाकात के बाद ट्रुथ सोशल पर अपनी पोस्ट में उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति पुतिन ने मिडिल ईस्ट में शांति लाने के लिए मुझे और अमेरिका को बधाई दी। मेरा मानना है कि मिडिल ईस्ट की इस कामयाबी से ही रूस और यूक्रेन यु्द्ध खत्म करने के लिए हमारी बातचीत में मदद मिलेगी।
I have just concluded my telephone conversation with President Vladimir Putin, of Russia, and it was a very productive one. President Putin congratulated me and the United States on the Great Accomplishment of Peace in the Middle East, something that, he said, has been dreamed of…
— Trump Truth Social Posts On X (@TrumpTruthOnX) October 16, 2025
व्हाइट हाउस ने कहा है कि दोनों नेताओं की अच्छी और सकारात्मक वार्ता हुई है। अगले सप्ताह दोनों देशों के उच्च अधिकारी मुलाकात का कार्यक्रम तय करने के लिए मिलेंगे। अमेरिका की और से इस बैठक की अगुवाई विदेश मंत्री मार्को रुबियो करेंगे।
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप शनिवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ ओवल ऑफिस में बैठक करेंगे। जेलेंस्की को अमेरिका से लंबी दूरी की टॉमहॉक क्रूज मिसाइलों सहित उन्नत हथियार मिलने की उम्मीद है। इन मिसाइलों की रेंज में मॉस्को और अन्य रूसी शहर आ सकते हैं। इस बैठक से पहले ट्रंप और पुतिन के बीच हुई इस बात को बेहद अहम माना जा रहा है।
गौरतलब है कि रूस और यूक्रेन के बीच पिछले 4 सालों से युद्ध चल रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस युद्ध को रोकने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। ट्रंप का मानना है कि रूस तेल बेचकर इसका पैसा युद्ध में लगा रहा है। इस वजह से उन्होंने भारत और चीन से भी रूस से तेल खरीदी बंद करने को कहा है। रूस की वजह से ट्रंप ने भारत पर 25 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ भी लगा रखा है।
ट्रंप ने हाल ही में दावा किया था कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें रूस से तेल खरीदी बंद करने का आश्वासन दिया था। हालांकि भारतीय विदेश मंत्रालय ने ट्रंप के इस दावे को गलत बताया।