ट्रंप का भारत पर बड़ा हमला, बताया शुल्कों का राजा, दी यह चेतावनी...

Webdunia
मंगलवार, 2 अक्टूबर 2018 (08:34 IST)
वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी उत्पादों पर अधिक शुल्क लगाने को लेकर भारत की आलोचना की है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारतीय उत्पादों पर भी इसी तरह का आयात शुल्क लगाने की चेतावनी दी है। 
 
ट्रंप ने भारत को 'शुल्कों का राजा' करार देते हुए सोमवार को कहा, 'भारत मुझे खुश करने के लिए अमेरिका के साथ व्यापारिक समझौता करना चाहता है।'
 
हाल के दिनों में यह दूसरी बार है जब अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारत पर कथित रूप से अधिक आयात शुल्क रखने का आरोप लगाया है। ट्रंप ने मैक्सिको और कनाडा के साथ नए व्यापारिक समझौते की घोषणा के लिए व्हाइट हाउस में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान भारत पर यह आरोप लगाया। 
 
ट्रंप ने मैक्सिको और कनाडा के साथ नए व्यापारिक समझौते की घोषणा के बाद उन व्यापारिक समझौतों के बारे में बताया जिन पर बातचीत चल रही है। उल्लेखनीय है कि अमेरिका की जापान, यूरोपीय संघ, चीन और भारत के साथ व्यापारिक समझौते को लेकर बातचीत चल रही है।  
 
ट्रंप ने अमेरिकी बाइक हार्ले डेविडसन का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने इस बाइक पर 100 प्रतिशत की दर से आयात शुल्क लगाए जाने को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भी बात की। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि मोदी ने इस बाइक पर आयात शुल्क की दर कम करने का आश्वासन भी दिया।
 
ट्रंप ने कहा कि भारत ने अमेरिकी मोटरसाइकिलों पर आयात शुल्क की दर कम की है लेकिन वो पर्याप्त नहीं है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारतीय उत्पादों पर भी इसी तरह का आयात शुल्क लगाने की चेतावनी दी है। 
 
उन्होंने कहा कि भारत के साथ मेरे संबंध बहुत अच्छे हैं। प्रधानमंत्री मोदी के साथ शानदार रिश्ते हैं। वो इसको लेकर काम करेंगे।
 
दरअसल, व्यापार समझौते को लेकर अमेरिका और भारत के बीच चल रही यह वार्ता अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि रॉबर्ट लाइटाइजर आगे बढ़ा रहे हैं। 
 
ट्रंप प्रशासन भारत और अमेरिका के बीच व्यापार के अंतर को कम करने के लिए भारत पर लगातार दबाव बनाता रहा है कि वो अमेरिका से अधिक सामान आयात करे। इससे पहले अमेरिका मैक्सिको और कनाडा के बीच नए उत्तर अमेरिकी मुक्त व्यापार समझौते (नाफ्टा) को लेकर आखिरकार सहमति बन गई है। 
 
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कनाडा और मेक्सिको के साथ हुए नए व्यापारिक समझौते को अमेरिकी फैक्ट्रियों में काम करने वाले श्रमिकों के लिए 'नई सुबह' बताया है। उन्होंने कहा कि इस समझौते के जरिए अमेरिका में नौकरियां वापस आएंगी। (वार्ता) 

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