उन्होंने भारतीय निवेश के संबंध में कहा कि खासकर तमिलनाडु के कपड़ा उद्योग ने अच्छे विश्वास में वहां निवेश किया है और वहां जाकर उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया है। वित्तमंत्री ने कहा कि हमने कम आय वाले देशों को लेकर जो शुल्क और कोटा के मामले में उदार रुख अपनाया है, उसके कारण बांग्लादेश से निर्यात में भी वृद्धि हुई है। वे (बांग्लादेश में स्थित भारतीय परिधान उद्योग) भारत को भी निर्यात कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश में संकट के कारण खासकर परिधान और बुना हुआ कपड़ा क्षेत्र में थोड़ी अनिश्चितता देखी जा रही है। सीतारमण ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि सभी निवेश सुरक्षित हैं। मेरे लिए बांग्लादेश संकट के कारण होने वाले प्रभाव के बारे में इस समय कुछ कहना जल्दबाजी होगी। मुझे उम्मीद है कि अंतरिम सरकार जल्द से जल्द समस्याओं को सुलझा लेगी ताकि दोनों बांग्लादेश और भारत के लोग सामान्य स्थिति में वापस आ सके।
उल्लेखनीय है कि इस सप्ताह की शुरुआत में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया और देश छोड़कर भारत आ गईं। नौकरियों में विवादास्पद कोटा प्रणाली को लेकर उग्र विरोध प्रदर्शन के बाद उन्होंने इस्तीफा दिया। उनके इस्तीफा के बाद संसद भंग कर दी गई और नोबेल पुरस्कार से सम्मानित मोहम्मद यूनुस की अगुवाई में अंतरिम सरकार का गठन किया गया है।(भाषा)