फोन पर ट्रंप ने की मोदी से बात, आतंकवाद के खिलाफ भारत-अमेरिका साथ

बुधवार, 25 जनवरी 2017 (07:36 IST)
वाशिंगटन। अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेने के चार दिन बाद डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मंगलवार रात फोन पर बातचीत की। इस अवसर पर दोनों नेताओं ने भारत और अमेरिका के बीच आर्थिक और रक्षात्मक सहयोग को मजबूत करने पर बल दिया। मोदी और ट्रंप ने आतंकवाद के खिलाफ जंग में साथ खड़े रहने का संकल्प किया। 
 
 
व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव सीन स्पाइसर ने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी से फोन पर बातचीत की। मोदी पांचवें विदेशी नेता हैं जिनसे अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में 20 जनवरी को शपथ ग्रहण करने के बाद ट्रंप ने फोन पर बात की है।

व्हाइट हाउस ने बातचीत का ब्यौरा देते हुए बताया, 'भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ फोन पर बातचीत के दौरान राष्ट्रपति ट्रंप ने इस बात पर जोर दिया कि अमेरिका, भारत को अपना सच्चा दोस्त और विश्व में व्याप्त चुनौतियों से निपटने में अपना साझेदार समझता है।'
 
ट्रंंप ने कहा कि वे साल के आखिर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अमेरिका में स्वागत करने को उत्सुक हैं।  दोनों नेताओं ने अमेरिका और भारत के बीच आर्थिक एवं रक्षा जैसे व्यापक क्षेत्रों में साझेदारी को मजबूत करने के अवसरों पर विचार-विमर्श किया।
 
इसके अलावा उन्होंने दक्षिण और मध्य एशिया क्षेत्र में सुरक्षा के मुद्दे पर भी बात की। राष्ट्रपति ट्रंप और प्रधानमंत्री मोदी ने संकल्प जताया कि अमेरिका और भारत आतंक के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में कंधे से कंधा मिलाकर लड़ेंगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने भी ट्वीट कर कहा कि ट्रंप के साथ बातचीत गर्मजोशी भरी रही, आने वाले दिनों में हम अपने द्विपक्षीय संबंधों को और अधिक मजबूत करने के लिए मिलकर काम करने को तैयार है।
 
ट्रंप ने गत 21 जनवरी को कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो और मेक्सिको के राष्ट्रपति एनरिक पेना नीतो से बात की थी। उन्होंने रविवार को इसराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बात की थी और सोमवार को उन्होंने मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी से फोन पर बात की।
 
ट्रंप ने आठ नवंबर को हुए राष्ट्रपति चुनाव में अपनी एतिहासिक जीत से दुनिया को हैरत में डाल दिया था। ट्रंप की जीत के बाद उन्हें सबसे पहले बधाई देने वाले दुनिया के पांच नेताओं में मोदी भी शामिल थे। चुनाव अभियान के दौरान ट्रंप ने सत्ता में आने के बाद इस्राइल समेत जिन देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने की बात की थी उन देशों में भारत का नाम भी था।
 
रिपब्लिकन हिंदू कोएलिशन ने आतंक से पीड़ित कश्मीरी पंडितों और बांग्लादेशी हिंदू पीड़ितों के लिए 15 अक्तूबर को एडिसन में एक चैरिटी कार्यक्रम का आयोजन किया था जहां ट्रंप ने भारत की तेज विकास दर, मोदी द्वारा नौकरशाही में और अर्थव्यवस्था में किए गए सुधारों की प्रशंसा की थी। उस वक्त ट्रंप राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार थे।
 
ट्रंप ने न्यूजर्सी के एडिसन में भारतीय मूल के अमेरिकियों से कहा था, 'ट्रंप के प्रशासन के तले हम और बेहतर दोस्त बनने जा रहे हैं, वास्तव में मैं चीजों को और बेहतर करूंगा और हम सबसे अच्छे दोस्त बनेंगे।'
 
उन्होंने कहा था, 'मैं प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने के लिए उत्साहित हूं।' उन्होंने मोदी को उर्जावान नेता बताया और कहा कि 'भारत एक महत्वपूर्ण रणनीतिक सहयोगी है।'

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