भारत-पाक तनाव से घबराया अमेरिका, सता रहा है इस बात का डर...
शुक्रवार, 9 सितम्बर 2016 (11:49 IST)
वॉशिंगटन। अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान से क्षेत्र के सुरक्षा हितों के मद्देनजर तनाव कम करने के लिए वार्ता करने का आह्वान करते हुए कहा कि वह नहीं चाहता है कि तनाव नियंत्रण से बाहर हो जाए और उसकी परिणति किसी किस्म की घटना में हो।
रोजाना के नियमित संवाददाता सम्मेलन में विदेश मंत्रालय के उपप्रवक्ता मार्क टोनर ने गुरुवार को कहा कि भारत या पाकिस्तान दोनों के साथ अपनी बातचीत में हम इन दोनों देशों के बीच मजबूत संबंधों को पुरजोर बढ़ावा देते हैं। यह साफतौर पर क्षेत्र के सुरक्षा हितों में है कि दोनों देश तनाव कम करने का प्रयास करें और आपस में बातचीत करें।
उन्होंने कहा कि इसके लिए हम लगातार प्रोत्साहन देते रहे हैं। हम नहीं चाहते कि तनाव इस हद तक बढ़े कि नियंत्रण से बाहर हो जाए और उसके कारण कोई घटना हो जाए तथा यह दोनों देशों और दोनों सरकारों के लिए जरूरी है कि वे मजबूत, मैत्रीपूर्ण ओर उपयोगी संबंध बनाए रखें। अमेरिका चाहता है कि पाकिस्तान आतंकी नेटवर्कों के खिलाफ और कार्रवाई करे।
उन्होंने कहा कि हम पाकिस्तान सरकार को लगातार यह बात जोर देकर कह रहे हैं कि वह क्षेत्र में अन्य देशों के लिए खतरा बने आतंकी समूहों और उनके पनाहगाहों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करे और इस बारे में हमारा मत बिलकुल स्पष्ट है।
टोनर ने कहा, 'हमने देखा है कि वह (पाकिस्तान) इस बारे में प्रयास (आतंकी नेटवर्क के खिलाफ) कर रहा है। लेकिन हम चाहते हैं कि वह और ज्यादा कदम उठाए। यह हमारे बीच लगातार बातचीत का विषय बना हुआ है।'
उन्होंने कहा, 'हम चाहते हैं कि भारत के साथ हमारे संबंध बेहद मजबूत हों, और ऐसा है भी। हम पाकिस्तान के साथ भी मजबूत संबंध चाहते हैं। यह क्षेत्र के हित में है।'
टोनर ने कहा, 'विदेश मंत्री (जॉन केरी) हाल ही में भारत और बांग्लादेश के दौरे पर गए थे। वह पाकिस्तान नहीं गए लेकिन इसका कोई और मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, 'इसे पाकिस्तान के साथ हमारे संबंधों की ओर किसी तरह का संकेत नहीं माना जाना चाहिए। उनका यात्रा कार्यक्रम काफी व्यस्त था। और वे हाल ही में पाकिस्तान गए थे। पाकिस्तानी नेतृत्व से उनकी बात भी होती रहती है।'
टोनर ने कहा, 'खासतौर पर तो वह रणनीतिक और व्यावसायिक वार्ता के लिए भारत गए थे और मौका पाकर उन्होंने बांग्लादेश का दौरा भी कर लिया। बांग्लादेश शायद वह पहली बार ही गए थे।' (भाषा)