इसमें कहा गया है कि हम पाकिस्तान पर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई तेज करने का दबाव बनाएंगे, क्योंकि अपने साझेदार केसुरक्षा बलों और अधिकारियों को निशाना बनाने वाले चरमपंथियों और आतंकवादियों को समर्थन देने वाले देश के साथ कोई सहयोग जारी नहीं रह सकता। एनएसएस के अनुसार, पाकिस्तान अपनी परमाणु संपति का जिम्मेदार रखवाला है यह दर्शाने केलिए अमेरिका उसे प्रोत्साहित करेगा।