गौरतलब है कि शिया धर्मगुरु मुक्तदा सद्र ने अक्टूबर से हो रहे सरकार विरोधी प्रदर्शनों का शुरू में समर्थन किया था लेकिन राष्ट्रपति बरहाम सालिह की ओर से शनिवार को संचार मंत्री मोहम्मद तौफिक अलावी को देश का नया प्रधानमंत्री घोषित करने के बाद वे प्रदर्शनकारियों से अलग हो गए हैं। शिया धर्मगुरु ने अलावी का समर्थन किया है जबकि प्रदर्शनकारियों ने उनके नाम को खारिज कर दिया है।
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