US President Donald Trump: नोबेल शांति पुरस्कार की घोषणा के बाद अब इस बात की चर्चा है कि डोनाल्ड ट्रंप निराशा में नॉर्वे से बदला ले सकते हैं। दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप को उम्मीद थी कि उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार मिलेगा। इसके लिए वे बार-बार दावे भी कर रहे थे। लेकिन, यह पुरस्कार नॉर्वेजियन नोबेल समिति ने मारिया मचाडो को देने की घोषणा की, जिन्हें वेनेजुएला की 'आयरन लेडी' कहा जाता है। वह वर्तमान सरकार निकोलस मादुरो के तानाशाही रवैये की मुखर आलोचक रही हैं।
क्या लिखा नॉर्वे के अखबार ने : नोबेल शांति पुरस्कार की घोषणा होने के बाद अब नॉर्वे में चर्चा है कि ट्रंप नॉर्वे से बदला ले सकते हैं। द गार्डियन की रिपोर्ट के अनुसार, नॉर्वे के एक अखबार ने लिखा है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बदला लेने के लिए तीन फैसले ले सकते हैं। पहला- वे नॉर्वे पर टैरिफ बढ़ाने की घोषणा कर सकते हैं, जो कि फिलहाल 15 प्रतिशत। दूसरा वे नॉर्वे को दुश्मन देश भी घोषित कर सकते हैं और तीसरा वे यह भी मांग कर सकते हैं कि नॉर्वे नाटो संगठन में अपना योगदान बढ़ाए अन्यथा अमेरिका नॉर्वे को सुरक्षा की गारंटी नहीं देगा।
ट्रंप के बदले के लिए तैयार रहें : दूसरी ओर, नॉर्वे की सोशलिस्ट लेफ्ट पार्टी का कहना है कि नॉर्वे को राष्ट्रपति ट्रंप के बदले के लिए तैयार रहना चाहिए। हालांकि पार्टी का यह भी कहना है कि नोबेल कमेटी एक स्वतंत्र निकाय है। इस पर स्थानीय सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है। बावजूद इसके पार्टी मानती है कि ट्रंप इस बात को नहीं समझेंगे और नोबेल शांति पुरस्कार नहीं मिलने के लिए वे नॉर्वे की सरकार को ही जिम्मेदार मानेंगे।