अपनी टीम को जीत दिलाएंगे ये विदेशी कप्तान?

बुधवार, 8 अप्रैल 2015 (18:38 IST)
नई दिल्ली। शेन वॉर्न और एडम गिलक्रिस्ट दो ऐसे विदेशी कप्तान रहे हैं, जिन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग में अपनी फ्रैचाइजी को चैंपियन बनाने में कामयाबी हासिल की है। इस बार सीजन 8 में 8 टीमों में से 4 की कमान विदेशी खिलाड़ियों के हाथ में है।

ऐसे में अहम सवाल यही कि क्या इन चारों विदेशी कप्तानों में कोई भी वो कमाल कर पाएगा जो वॉर्न या फिर गिलक्रिस्ट ने किया? दुनिया की सफल टीमों से जुड़े खिलाड़ियों को लीग मैचों में अपनी टीमों से जोड़ने का क्रेज कोई नई बात नहीं है।

यहां तक की टीमें उनके अनुभव के आधार पर लीड करने का मौका भी देती हैं। आईपीएल के इस सीजन भी 8 में से 4 आईपीएल फ्रेंचाइजी ने अपनी टीमों की कमान विदेशी खिलाड़ियों को देने का फैसला किया।
 
राजस्थान के कप्तान - शेन वॉटसन : कंगारू कप्तान और खिलाड़ियों पर रॉयल्स को हमेशा से ही भरोसा रहा है। ऑस्ट्रेलियाई टीम के साथी खिलाड़ी स्टीव स्मिथ और फॉकनर की मजबूती और कमियों को वॉटसन अच्छी तरह जानते हैं। दोनों ने हालांकि ज्यादा आईपीएल मुकाबले नहीं खेलें हैं लेकिन विश्व क्रिकेट में उनकी धाक है। टीम को अजिंक्य रहाणे के अनुभव का फायदा होगा।
 
हैदराबाद के कप्तान - डेविड वॉर्नर : डेल स्टेन, ईशांत शर्मा और ट्रेंट बोल्ट की रफ्तार किसी भी टीम को धराशायी करने के लिए काफी है। भुवनेश्वर कुमार की स्लोवर डिलीवरी बची खुची कसर पूरी कर देगी। डेल स्टेन और ईशांत शर्मा के पास इस लीग का अच्छा अनुभव है। बल्लेबाजी में शिखर धवन पर काफी दारोमदार होगा।
 
पंजाब के कप्तान - जॉर्ज बेली : पिछले साल चैंपियन बनते-बनते रह गई पंजाब की टीम को इस बार भी उसी लहर को बरकरार रखनी है। बल्लेबाजी में सहवाग और मैक्सवेल की जोड़ी के साथ देसी और विदेशी का अच्छा कंबिनेशन होगा, जबकि मिचेल जॉनसन जैसे गेंदबाज अकेले ही किसी भी टीम पर भारी पड़ सकते हैं।
 
दिल्ली के कप्तान - जेपी ड्यूमिनी : आईपीएल के विदेशी कप्तानों में ड्यूमिनी ही एकमात्र ऑस्ट्रेलिया से बाहर के हैं। 7 सीजन से खाली हाथ रही दिल्ली ने इसबार टीम को नया शक्ल दिया है।

युवराज को आईपीएल का सबसे महंगा खिलाड़ी बना चुकी दिल्ली को उनसे काफी उम्मीदें हैं। गेंदबाजी में जहीर खान और मोहम्मद शमी के रूप में युवा और अनुभव का कॉकटेल है।

कोलकाता में रंगारंग आगाज के बाद बारी होगी मैदान पर असली चुनौती की। 24 मई को ताज उसी टीम के सिर होगा जो अगले 6 हफ्ते टॉप फॉर्म में रहेगी। (khabar.ibnlive.in.com से)

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