उन्होंने कहा कि बीसीसीआई की भ्रष्टाचार निरोधक और सुरक्षा इकाई इस घटना को खिलाड़ियों में जागरूकता लाने की उसकी नीति की सफलता के रूप में देख रही है। खिलाड़ियों को जागरूक किया गया है कि कोई गलत इरादों से उनसे संपर्क करता है तो इसकी जानकारी तुरंत भ्रष्टाचार निरोधक अधिकारियों को दे।