अब आप पिछले आईपीएल को ही ले लीजिए, पिछले आईपीएल में बेंगलोर टीम के पास डीविलियर्स, गेल, कोहली और युवराज के रूप में ऐसी बैटिंग फौज मौजूद थी जो दुनिया के किसी भी गेंदबाजी आक्रमण को अकेले ही नेस्तानाबूत कर सकते हैं, बावजूद इसके रॉयल चैलेंजर्स आईपीएल खिताब नहीं जीत पाई।
अक्सर यह देखा गया है कि बैंगलोर टीम बड़े मैचों में अपनी प्रदर्शन में निरंतरता खो देती है और परिणाम हार के रूप में सामने आता है। कुछ वैसा ही जैसा विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका टीम के साथ हुआ। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर भी दक्षिण अफ्रीका की तरह आईपीएल की सशक्त टीम होने के बावजूद आजतक आईपीएल खिताब नहीं जीत पाई है।
इस बार रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के पास बल्लेबाजी डिपार्टमेंट में डीविलियर्स, गेल, कोहली, रिली रसोऊ के साथ गेंदबाजी में सबसे बड़ा हथियार मिचेल स्टार्क मौजूद है जिन्होंने हाल ही में विश्व कप में अपनी गेंदों से कहर बरपाया था। अब यह देखना रोचक होगा कि क्या रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर अपने आईपीएल के बड़े मैचों में हार जाने के मिथक को तोड़ पाती है कि नहीं।