इंदौर। होलकर स्टेडियम पर सोमवार को आईपीएल 2018 के 48वें मैच में जो कुछ भी हुआ, उसकी कल्पना न तो विराट की सेना ने की थी और न ही अश्विन के रणबाकुंरों ने... क्योंकि जिस पिच पर 2 दिन पहले कोलकाता नाइट राइडर्स के बल्लेबाजों ने 245 रनों की फसल काटी थी, उस पर किंग्स इलेवन पंजाब की टीम केवल 88 रनों पर ढेर हो गई, वह भी केवल 15.1 ओवर में...
बीसीसीआई के पिच क्यूरेटर समंदर सिंह चौहान ने होलकर स्टेडियम की पिच बनाई थी और किंग्स इलेवन पंजाब के होमग्राउंड पर पहले 2 मैचों में लो-स्कोरिंग के कारण दर्शक चौके-छक्कों की बरसात देखने को तरस गए थे। इसका कारण यह था कि भीषण गर्मी के कारण पिच को लगातार तरबतर रखा गया था।
पिच गीला होने के कारण बल्लेबाजों को रन बनाना सबसे मुश्किल हो गया था लेकिन तीसरे मैच में पिच को सूखा रखा गया जिसके कारण कोलकाता नाइट राइडर्स ने 6 विकेट खोकर 245 रन ठोंक दिए थे। जवाब में किंग्स इलेवन की टीम 20 ओवरों में 8 विकेट खोकर 214 रन ही बना सकी थी।
यानी जिस विकेट पर आईपीएल के 1 मैच में 459 रन बने हो और वह इस मसाला क्रिकेट की रिकॉर्ड पुस्तिका में दर्ज हो गया हो, उसी पिच पर चौथे मैच में दोनों टीमें केवल 180 रनों का खेल ही दर्शकों को दे सकी, वह भी उस हालत में जबकि पूरा स्टेडियम पहली बार 27 हजार से ज्यादा क्रिकेटप्रेमियों के जमावड़े से पैक हुआ था। साफ जाहिर है कि अंतिम मैच के लिए पिच को धीमा रखने के लिए कारस्तानी की गई थी।
विराट कोहली की बेंगलुरु टीम भले ही 10 विकेट से यह एकतरफा मुकाबला जीत गई हो लेकिन सबसे ज्यादा निराश किंग्स इलेवन पंजाब की सह-मालकिन प्रीति जिंटा दिखाई दी जिन्हें टीम सिर्फ 1 ही मैच में ही जीत का तोहफा दे सकी थी।
इंदौरी दर्शकों ने जले पर नमक उस वक्त छिड़क डाला, जब वे विराट कोहली के समर्थन में नारे लगाते रहे ताकि वे चौका लगाकर टीम को जीत दिलाएं...। विराट के लिए होलकर की पिच हमेशा स्वर्ग साबित हुई है और उन्होंने विजयी चौका लगाकर दर्शकों को खुश भी किया।
सुनील गावस्कर का पूर्वानुमान गलत साबित
महान क्रिकेटर सुनील गावस्कर को इंदौर शहर का नाम इसलिए भी ज्यादा अच्छी तरह से याद है, क्योंकि इसी शहर में सचिन तेंदुलकर ने नेहरू स्टेडियम में एक दिवसीय क्रिकेट का 10000वां रन पूरा किया था। सोमवार को वे किसी दूसरी जगह से मैच की कॉमेंट्री कर रहे थे और मैच शुरू होने के पहले उन्होंने कहा था कि पाटा विकेट पर खूब रन बनेंगे।
गावस्कर का पूर्वानुमान इसलिए पूरी तरह गलत साबित हो गया, क्योंकि उन्होंने अपनी आंखों से पिच के दर्शन नहीं किए थे और एसी रूम में बैठकर वे पिछले मैच के 459 रन के रिकॉर्ड को देखते अनुमान के घोड़े दौड़ा रहे थे। बहरहाल, ग्रीष्म के साम्राज्य के बीच इंदौर से आईपीएल का सफर खत्म हुआ। इस बार के कड़वे अनुभव को देखकर नहीं लगता कि अगली बार पंजाब इंदौर को अपना होमग्राउंड बनाएगा...!